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उत्तर प्रदेश
उत्तर-प्रदेश: वाराणसी में जमकर हंगामा, बसों- वाहनों पर पथराव, चार घंटे तक रही अफरातफरी
Kajal Dubey
17 Jun 2022 12:17 PM GMT
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सेना में भर्ती को लेकर बदले प्रारूप अग्निपथ योजना का विरोध वाराणसी समेत आसपास के जिलों में भी शुरू गया है। शुक्रवार सुबह पूर्वांचल के अलग-अलग जिलों से कैंट रेलवे स्टेशन पहुंची युवाओं की भीड़ ने स्टेशन परिसर के बाहर हाथ में तख्तियां लेकर अग्निपथ योजना का विरोध जताया। रोडवेज पर पहुंची युवाओं की भीड़ ने हंगामा व नारेबाजी की। चौकाघाट, रोडवेज और इंग्लिशिया लाइन में वाहनों पर पथराव भी किया गया है। रोडवेज बसों में तोड़फोड़ की गई। करीब पांच घंटे तक जारी हंगामे के बाद उपद्रवियों को खदेड़ कर पुलिस ने शांति बहाल की। हंगामा व बवाल वाले इलाके कैंट, रोडवेज, चौकाघाट में आरएएफ, आरपीएफ, पीएसी व पुलिस फोर्स तैनात है। स्टेशनों को पुलिस ने अपने नियंत्रण में ले लिया है। फिलहाल कहीं भी कोई हंगामे की सूचना नहीं है।
कैंट स्टेशन परिसर के आसपास करीब चार घंटे तक अफऱातफरी की स्थिति रहा। पथराव में सिगरा इंस्पेक्टर समेत चार सिपाहियों के घायल होने की खबर है। सारनाथ में भी पुलिसकर्मियों पर पथराव किया गया। सेना भर्ती कार्यालय की ओर जाने वाले रास्ते को सील कर दिया गया। जिले की सीमाओं पर मजिस्ट्रेट तैनात रहे।
अग्निपथ योजना को लेकर वाराणसी में जगह-जगह प्रदर्शन चल रहा है। प्रदर्शनकारियों ने इलेक्ट्रॉनिक बसों समेत कई वाहनों के के शीशे तोड़ दिए। वहीं, पूछताछ काउंटर के अलावा यहां पर अलग-अलग काउंटरों में भी तोड़फोड़ हुई है और कई जगहों पर अभी भी हंगामे और प्रदर्शन की सूचना आ रही है। सड़कों पर बड़ी संख्या में जगह-जगह पर प्रदर्शनकारी हंगामा कर रहे हैं।
गौरतलब है कि आज जुमे की नमाज भी है और इससे लेकर प्रशासन पहले भी अलर्ट मोड में था, लेकिन अग्निपथ योजना के विरोध में प्रदर्शन को पुलिस रोकने में फिलहाल नाकाम साबित हुई है।जिलाधिकारी और पुलिस आयुक्त कैंट रेलवे स्टेशन पहुंचे। कैंट निदेशक सहित रेलवे सुरक्षा एजेंसियों बैठक कर रहे हैं।
सोशल मीडिया पर सेना भर्ती के अग्निपथ योजना पर चल रही भ्रामक सूचनाओं और कई शहरों में हो रहे प्रदर्शन को देखते हुए वाराणसी प्रशासन और पुलिस अलर्ट है। गुरुवार देर रात मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल की अध्यक्षता में प्रशासन व पुलिस के अधिकारियों में समन्वय बैठक हुई। इसमें अवांछनीय तत्वों के साथ ही सोशल मीडिया पर निगरानी बढ़ाए जाने की रणनीति बनाई गई। बैठक के बाद प्रशासन और पुलिस की ओर से संयुक्त अपील जारी की गई।
प्रशासन की युवाओं से अपील
प्रशासन ने युवाओं और उनके अभिभावकों से अनुरोध किया गया है कि सोशल मीडिया सहित अन्य श्रोतों से जो भ्रामक सूचनायें भारत सरकार द्वारा घोषित अग्निवीरो की भर्ती के संबंध में प्रचारित प्रसारित की जा रही है, उसके आधार पर दिग्भ्रमित न हों। यह स्पष्ट किया जाता है अग्निपथ योजना पूर्व में हुई भर्ती संबंधी परीक्षाओं पर लागू नहीं है। भविष्य में सेना में भर्ती के इच्छुक युवाओं के संदर्भ में अग्निपथ योजना के अनुसार अग्निवीरों के भर्ती प्रस्तावित है।
मुख्यमंत्री ने ट्वीट के माध्यम से स्थिति को पूर्णत: स्पष्ट कर दिया गया है। अभिभावकों एवं भूतपूर्व सैनिकों से अपील है कि वे अपने परिवार एवं आसपास के नवयुवकों को इस योजना के संदर्भ में आयोजित किसी ही प्रकार विरोध प्रदर्शन आदि में सम्मिलित होने से रोकें। यदि किसी को लोकतांत्रिक ढंग से अपनी बात रखनी हो तो वे ज्ञापन के माध्यम से अपनी भावना व्यक्त कर सकते हैं।
जिला प्रशासन उनके ज्ञापन को संबंधित प्राधिकारी तक यथाशीघ्र पहुंचाएगा। जिला अधिकारी और पुलिस अधीक्षक वाराणसी द्वारा सभी ग्रामीण अधिकारियों को गांव में ही पहुंच कर ऐसे सभी ज्ञापन लेने के निर्देश दिए गए हैं। मंडलायुक्त वाराणसी और पुलिस महानिरीक्षक वाराणसी रेंज द्वारा भी मंडल के सभी जनपदों में गांव में ही ज्ञापन लेने हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।
बाहरी खराब कर सकते हैं माहौल, बहकावे में न आएं
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि इसी प्रकार के मैसेज पिछले शुक्रवार को सभी बाजार और दुकानें बंद रखने के बारे में भी प्रचारित किये गए थे। इस प्रकार के किसी मैसेज के बहकावे में ना आएं। पिछले दो शुक्रवार से प्रदेश के कुछ शहरों में कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ी है, जिससे पूरे प्रदेश में संवेदनशीलता बनी हुई है। वाराणसी में सभी निवासीगण के भाई चारे और सूझबूझ से वातावरण शांतिपूर्ण है मगर, शहर में बाहर के लोगों के आने से शुक्रवार को कोई भी इसे गलत रूप दे कर वातावरण खराब करने की कोशिश कर सकता है।
सेना का ठेकेदारीकरण युवाओं के साथ विश्वासघात
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री अजय राय ने कहा कि मोदी सरकार भारतीय सेना की गरिमा, परंपरा, अनुशासन की परिपाटी से खिलवाड़ कर रही है। सेना का ठेकेदारीकरण देश और सच्चे देशभक्त युवाओं के लिए विश्वासघात के समान है। फौज आउटसोर्स का विषय नहीं है। पूर्व मंत्री ने कहा कि देश की सुरक्षा कोई अल्पकालिक या अनौपचारिक विषय नहीं है। ये अति गंभीर व दीर्घकालिक नीति की अपेक्षा करती है।
सैन्य भर्ती को लेकर जो खानापूर्ति करनेवाला लापरवाह रवैया अपनाया जा रहा है, वह देश और देश के युवाओं के भविष्य की रक्षा के लिए घातक साबित होगा। सेनाओं में नियमित भर्ती रोककर चार साल के ठेके पर फौज की भर्ती देश की सुरक्षा के लिए सुखद संदेश नहीं है। यह सरकार पूर्ण रूप से असंवेदनशील है। सबसे महत्वपूर्ण चिंताजनक विषय है कि चार साल बाद युवाओं के भविष्य का क्या होगा।
अग्निपथ के विरोध में गाजीपुर के युवक ने फेसबुक पर दी चेतावनी
अग्निपथ को लेकर युवाओं पर पुलिस ने निगरानी बढ़ा दी है। वहीं, राजनीतिक दल से जुड़े गाजीपुर के जखनिया क्षेत्र के युवक ने फेसबुक पर स्टेटस डालकर पूर्वांचल के जिलों से वाराणसी के सेना भर्ती कार्यालय पर 17 जून को पहुंचकर प्रदर्शन करने का आह्वान किया। इसे गाजीपुर और वाराणसी कमिश्नरेट के पुलिस अधिकारियों ने संज्ञान लिया।
अभिसूचना इकाई को अलर्ट जारी करते हुए कमिश्नरेट पुलिस ने हर गतिविधियों की जानकारी जुटानी शुरू कर दी है। पुलिस आयुक्त ए सतीश गणेश के अनुसार सभी थानेदारों को अलर्ट किया गया है। वहीं, छावनी स्थित सेना भर्ती कार्यालय पर भी सतर्कता बढ़ा दी गई है। सेना की आंतरिक सूचना तंत्र को बाहर की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए निर्देशित किया गया है। रेलवे स्टेशनों पर प्रदर्शन की आशंका को देखते हुए आरपीएफ, जीआरपी को अलर्ट किया गया है।
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