उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश: बच्चों को नहीं मिला मिड डे मील, विद्यालय बना राजनीति का अखाड़ा

Suhani Malik
5 Aug 2022 6:12 AM GMT
उत्तर प्रदेश: बच्चों को नहीं मिला मिड डे मील, विद्यालय बना राजनीति का अखाड़ा
x

ब्रेकिंग न्यूज़: झिंझाना (शामली)। उलैहनी ग्राम सभा के मजरे बिन्ना मजरा में प्राथमिक विद्यालय के बच्चों को मिड डे मील न बनने से भूखा रहना पड़ा। आरोप है कि प्रधानाध्यापिका ने रसोई माता को स्कूल में प्रवेश करने नहीं दिया। वहीं, प्रधानाध्यापिका ने स्टाफ पर परेशान करने का आरोप लगाया है। तहसील के उलैहनी ग्राम पंचायत के मजरे बिन्ना मजरा के प्राथमिक विद्यालय में करीब 40 बच्चे हैं। एक प्रधानाध्यापक प्रतिभा सरोहा के अतिरिक्त एक सहायिका और दो शिक्षामित्र राजपाल सिंह और ओमवीर सिंह तैनात हैं। विद्यालय की रसोई माता ओमबीरी ने बताया कि वह और राजेश कई वर्षों से विद्यालय में रसोई माता हैं। बृहस्पतिवार सुबह वे दोनों करीब 9 बजे स्कूल पहुंची तो प्रधानाध्यापिका प्रतिभा सरोहा ने देरी से आने पर विद्यालय में प्रवेश नहीं करने दिया। जिसकी वजह मिड-डे मील नहीं बन पाया और बच्चे भूखे ही रहे। ओमबीरी ने आरोप लगाया कि प्रधानाध्यापिका पूरा राशन नहीं देती हैं और आए दिन धमकाकर अनुपस्थिति लगा देती हैं। प्रधानाध्यापिका ने भी लगाए प्रत्यारोप

प्रधानाध्यापिका प्रतिभा सरोहा का कहना है कि दोनों रसोई माता सुबह 10:30 बजे आई थीं। ऐसी स्थिति में बच्चों का खाना नहीं बना। 10 दिन पहले भी ऐसा ही हुआ था कि इनके देरी से आने की वजह से मिड-डे मील नहीं बना था, तब भी बच्चे भूखे रहे थे। प्रधानाचार्य ने आरोप लगाया कि दोनों शिक्षामित्रों की वजह से स्कूली काम नहीं हो पाता है। ये सब लोग मिलकर मुझे परेशान करते हैं। एक-दूसरे को भड़काते हैं। प्रधानाध्यापिका ने कहा कि आज की घटना के बाद दो अनजान लड़कों ने विद्यालय आकर मुझे धमकाया और गालीगलौज तक की। मैंने तबादले के लिए पहले भी अधिकारियों को बोल दिया था। स्थिति यहां तक पहुंच गई है कि मैं आत्महत्या कर लूं। वहीं, बीईओ विश्वास कुमार ने जांचकर कार्रवाई की बात कही है। उधर, प्रधान अजय कुमार ने भी स्कूल स्टाफ के रवैये पर चिंता जताई है।

Next Story