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उत्तर प्रदेश
उत्तर-प्रदेश: अखिलेश यादव ने कहा- उपचुनाव में भाजपा ने किया सत्ता का दुरुपयोग, निर्वाचन मशीनरी मूकदर्शक बनी रही
Kajal Dubey
24 Jun 2022 5:06 PM GMT
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सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार ने आजमगढ़ और रामपुर के लोकसभा उपचुनावों में सत्ता का दुरुपयोग करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। मतदान प्रभावित करने के लिए अवरोध खड़े किए गए। स्थानीय पुलिस से सपा कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित कराया गया और भाजपा के पक्ष में मतदान के लिए दबाव डाला गया।
अखिलेश ने कहा कि शिकायतों के बावजूद निर्वाचन मशीनरी कई मतदान केंद्रों पर मूकदर्शक बनी रही। सत्तारूढ़ दल को लाभ पहुंचाने के लिए स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव को ताक पर रख दिया गया। मतदाताओं को निर्भयता के साथ मतदान नहीं करने दिया गया। मतदान केंद्रों पर कब्जा करके फर्जी वोटिंग की गई। कई बूथों पर ईवीएम में खराबी पाई गई। फिर भी मतदाताओं ने भाजपा को हराने का काम किया है। उन्होंने कहा कि आजमगढ़ लोकसभा सीट के विधानसभा क्षेत्र गोपालपुर, सगड़ी, मुबारकपुर, आजमगढ़, मेहनगर के सभी मतदान केंद्रों से एक साजिश के तहत सपा के सभी बूथ एजेंटों को बाहर निकाल दिया गया। टांडा में मतदाताओं को वोट डालने से रोका गया।
उन्होंने कहा कि रामपुर के स्वार विधानसभा में मतदाताओं को मतदान करने से रोका गया है। खास तौर पर अल्पसंख्यक महिलाओं को। महिला मतदाताओं के पास वोटर पर्ची होने के बाजवूद उन्हें वोट डालने से रोकने और पर्ची छीनने की घटना निंदनीय है। स्वार के नरपत नगर केंद्र पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज कर भय का माहौल पैदा किया गया। अखिलेश ने कहा कि यूपी में भाजपा के प्रति जनता में हर ओर विरोध की लहर चल रही है। कहा कि जनता द्वारा सपा के प्रत्याशियों को भारी मतों से जिताने का भरोसा है।
दरोगा भर्ती प्रक्रिया की निष्पक्ष जांच हो
सपा प्रमुख ने 2021 की दारोगा भर्ती प्रक्रिया की उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच एसआईटी से कराकर दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि परीक्षा रद्द कराकर पुन: आयोजित कराई जाए ताकि योग्य अभ्यर्थियों का चयन हो सके। उन्होंने कहा कि 12 जून, 2022 को दारोगा भर्ती का रिजल्ट जारी किया गया तो उसमें भी घोटाला कर दिया गया। कई अभ्यर्थी ऐसे हैं जो सामान्य वर्ग और अति पिछड़ा वर्ग से आते हैं। उन्हें अनुसूचित जाति/जनजाति का बना दिया गया। दारोगा भर्ती नियमावली में साफ तौर स्पष्ट लिखा है कि अन्य राज्य का अभ्यर्थी सामान्य वर्ग में ही गिना जाएगा, लेकिन रिजल्ट में उनको एससी, एसटी का आरक्षण दे दिया गया। इसी तरह कई अन्य अनियमितताएं हुईं।
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