उत्तर प्रदेश

साइबर गैंग को देते थे किराए के खाते

Admin Delhi 1
19 Sep 2023 8:39 AM GMT
साइबर गैंग को देते थे किराए के खाते
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आगरा: साइबर अपराधियों को किराए के खाते मुहैया कराने वाले दो शातिरों को जगदीशपुरा पुलिस ने गिरफ्तार किया है. खाता खुलवाने पर दस हजार रुपये दिए जाते थे. शातिरों ने पिछले तीन महीने में 18 बैंक खाते खुलवाए थे. प्रत्येक खाते में प्रतिदिन एक से 15 लाख रुपये तक का ट्रांजक्शन होता था. पांच दिन बाद खाते का प्रयोग बंद कर देते थे.

डीसीपी सूरज कुमार राय ने बताया कि अमित शाक्य और अर्पित को गिरफ्तार करके जेल भेजा है. आरोपित जगदीशपुरा थाना क्षेत्र के निवासी हैं. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि इंस्टाग्राम पर अल्फ्रेड नाम के व्यक्ति से संपर्क हुआ था. उसने एक ऑफर दिया. घर बैठे रुपये कमाने के लिए उन्हें एक काम दिया. कहा कि लोगों के बैंक खाते खुलवाने हैं. खाते उन लोगों के खुलवाने हैं जो गरीब हैं. उन्हें खाता खुलवाने के एवज में दस हजार रुपये दिए जाएंगे. जिसके नाम खाता होगा वह अपने ही बायोमेट्रिक से सिमकार्ड लेगा. उस सिमकार्ड का नंबर खाते में एसएमएस अलर्ट सेवा से जुड़ा रहेगा. खाता खुलवाने के बाद सिमकार्ड खाता धारक को ही प्रयोग करने के लिए दे दी जाएगी. उसके मोबाइल में एक एप डाउनलोड किया जाएगा. जिससे उसे मोबाइल पर आने वाले संदेश सीधे अल्फ्रेड (उसके) पास आ जाया करेंगे. तीन महीने में 18 लोगों के खाते खुलवा दिए. जिनके खाते खुलवाए उन्हें एडवांस में दस हजार रुपये दिए. उन्हें रकम में कमीशन मिलता था.

अल्फ्रेड की तलाश तेज

साइबर अपराधियों को किराए के खाते मुहैया कराने वाले दो एजेंट पहले भी पकड़े गए थे. पहले शाहगंज थाने में गिरफ्तारी हुई थी. इसी क्रम में जगदीशपुरा में दो आरोपित पकड़े गए हैं. सभी के तार अल्फ्रेड से जुड़े निकले हैं. पुलिस अल्फ्रेड की तलाश कर रही है. पुलिस का दावा है कि खुलवाए गए सभी खातों में लाखों का ट्रांजक्शन हुआ है. सभी को फ्रीज कराया गया है.

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