उत्तर प्रदेश

ऑटो चालक की मौत पर हंगामा, परिजनों का आरोप, पुलिस पिटाई से हुई मौत

Rani Sahu
9 Jan 2023 4:07 PM GMT
ऑटो चालक की मौत पर हंगामा, परिजनों का आरोप, पुलिस पिटाई से हुई मौत
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गाजियाबाद, (आईएएनएस)| गाजियाबाद के इंदिरापुरम में एक ऑटो चालक की मौत के बाद उसके परिजनों और साथियों ने जमकर पुलिस चौकी पर हंगामा किया और पुलिस पर आरोप लगाया कि उसकी पिटाई के बाद ही 25 साल के धर्मपाल यादव की मौत हो गई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई करने की बात की है।
गाजियाबाद में सोमवार को एक ऑटो चालक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि रविवार रात उसके ऑटो और एक साइकिल सवार के बीच एक्सीडेंट हो गया था जिसके बाद पुलिस उसे पकड़ कर चौकी ले गई थी। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने चौकी के अंदर ऑटो चालक की जमकर पिटाई की। उसके बाद देर रात पुलिस ने उसे परिजनों को सौंपा। उस दौरान चालक बेहोश था। जिसके बाद परिजनों ने बताया कि वह उसे अस्पताल ले गए जहां पहुंचने के आधे घंटे बाद ही ऑटो चालक ने दम तोड़ दिया। पुलिस पर थर्ड डिग्री देकर मौत के घाट उतारने का आरोप है। जिसको लेकर सुबह से परिजन हंगामा कर रहे हैं।
25 साल के धर्मपाल यादव मूल रूप से जिला कासगंज में अमापुर थाना क्षेत्र के गांव नंगला बांस का रहने वाला था। वह परिवार के साथ इंदिरापुरम थाना क्षेत्र के कनावनी गांव में रहता था। वह वैशाली मेट्रो स्टेशन से रेलवे विहार के बीच ऑटो चलाता था। उसके बहनोई अरविंद यादव ने बताया, धर्मपाल रविवार रात करीब 10 बजे ऑटो से घर लौट रहा था। नीति खंड इलाके में रेलवे विहार कट पर ऑटो की एक साइकिल से टक्कर हो गई। साइकिल सवार युवक घायल हो गया। धर्मपाल ने खुद 112 को फोन करके पुलिस बुलाया था। आरोप है कि पुलिस सूचना देने वाले व्यक्ति धर्मपाल यादव को ही उठाकर कनावनी चौकी पर ले आई।
अरविंद यादव के अनुसार, उनके साले धर्मपाल यादव ने पुलिस से कहा कि वह घायल का इलाज करवा देगा। इसके बाद पुलिस उसको शांति गोपाल हॉस्पिटल में ले गई। जहां पर साइकिल सवार घायल व्यक्ति भर्ती था। आरोप है कि इमरजेंसी में ही पुलिस ने धर्मपाल को खूब पीटा। ये घटना सीसीटीवी में रिकॉर्ड बताई जा रही है।
अरविंद यादव ने बताया कि हॉस्पिटल से पुलिस उसको फिर चौकी पर ले गई और वहां खूब पिटाई की गई। रात में डेढ़ बजे कुछ पुलिसकर्मियों ने धर्मपाल के चचेरे भाई मुरारी यादव को फोन करके उसे ले जाने के लिए कहा। मुरारी का कहना है कि जब वो चौकी पर पहुंचा तो धर्मपाल यादव बेहोश पड़ा था। इसलिए वह उसको घर की बजाय शांति गोपाल हॉस्पिटल ले गए। यहां रात करीब दो बजे धर्मपाल की मौत हो गई।
डीसीपी दीक्षा शर्मा ने बताया है कि 'परिजनों ने अभी तक कोई लिखित शिकायत नहीं दी है। फिर भी पुलिस शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज रही है। एसीपी को हॉस्पिटल की इमरजेंसी में जाकर सीसीटीवी कैमरे देखने और वहां मौजूद लोगों से बातचीत करने के लिए कहा गया है।'
--आईएएनएस
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