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कलेक्ट्रेट में किसानों का हंगामा, एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
बागपत न्यूज़: किसान सयुंक्त मोर्चा के आह्वान पर अग्निपथ योजना के विरोध में किसान संगठनों ने कलक्ट्रेट पर धरना दिया और इससे पूर्व जुलूस निकालकर नारेबाजी की। किसानों ने कहा कि केन्द्र सरकार युवाओं का भविष्य खराब करना चाहती है, जिसे किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जएगा। उन्होंने राष्ट्रपति के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर अग्निपथ योजना को वापस लेने की मांग की। साथ ही ऐसा नहीं होने पर आंदोलन करने की चेतावनी दी। उधर, पुलिस प्रशासन ने कलक्ट्रेट को छावनी के तब्दील कर दिया था, ताकि वहां किसी भी तरह की स्थिति खराब न हो सकें।
युवाओं का भविष्य बर्बाद: सयुंक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर संगठनों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने कहा कि 4 साल के लिए अग्निवीर भर्ती युवाओं के हित में नहीं है। इससे युवाओं का भविष्य बर्बाद होगा। उन्होंने इसे वापस लेने की मांग की है। उन्होंने कहा कि किसान मोर्चा युवाओं की लड़ाई लड़ेगा।
सैनिकों का सम्मान बढ़ाया जाए: किसान वक्ताओं ने कहा कि सैनिकों का सम्मान बढ़ाया जाए। सभी नेता भी अपने बच्चों को सेना में भेजे। सांसद और विधायकों का कार्यकाल भी 4 साल का होना चाहिए। उनकी पेंशन बंद की जाए। उन्होंने अग्निपथ योजना को वापस लेने, पूरे देश के अंदर एमएसपी पर गारंटी कानून बनाने, देश के दस लाख तक के किसानों का कर्ज माफ करने, वृद्धावस्था, दिव्यांग, शिक्षित युवाओं बेरोजगार पेंशन, किसान परिवार के मुखिया को पांच हजार रुपये देने, किसान या उसके परिवार की दुर्घटना में मौत होने पर बीस लाख का मुआवजा देने, किसानों के बच्चों की बारहवीं तक पढ़ाई मुफ्त करने आदि मांगों को ज्ञापन एसडीएम को राष्ट्रपति के नाम सौंपा।
शांति बनाए रखने की अपील: भाकियू जिलाध्यक्ष प्रताप गुर्जर, भाकियू अंबावता जिलाध्यक्ष हरीश गुर्जर, भारतीय किसान संगठन जिलाध्यक्ष महिपाल सिंह ने कहा कि मोर्चा युवाओं की लड़ाई लड़ेगा। किसी भी तरह की अशांति न फैलाये। शांतिपूर्वक अपनी बात रखे। किसी भी तरह का माहौल खराब न करें। सभी को शांति के साथ अपनी लडाई लडनी है। इस मौके पर विनोद खेडा, बिजेन्द्र, फिरे, राजकुमार, सोनू, सूरज, आकाश, अर्जुन, सतीश, अनस आदि मौजूद रहे।
पुलिस फोर्स रही तैनात: कलक्ट्रेट पर संयुक्त किसान मोर्चा के धरने को देखत हुए छावनी में तब्दील कर दिया गया था और चप्पे-चप्पे पर पुलिस फोर्स तैनात कर दी थी, ताकि वहां माहौल खराब न हो सकें।