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लखनऊ न्यूज़: एनसीआरबी ने दुराचार और पॉक्सो एक्ट के तहत दर्ज मामलों के निस्तारण में प्रदेश को पूरे देश में पहला स्थान दिया है. इन मामलों में दर्ज एफआईआर में दो माह के भीतर जांच प्रक्रिया पूरी करने में उत्तर प्रदेश देश में पांचवें स्थान पर है. यह खुलासा हाल ही में एनसीआरबी द्वारा जारी रिपोर्ट में हुआ है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में महिला एवं बच्चियों संबंधी अपराध को लेकर एक उच्च स्तरीय बैठक की, जिसमें पुलिस अधिकारियों को जीरो टॉलरेंस नीति के तहत महिला संबंधी अपराधों पर लगाम लगाने के साथ दर्ज मामलों में कम से कम समय में आरोपियों को सजा दिलाने की बात कही गई. पुलिस अधिकारियों ने सीएम को बताया कि 27 फरवरी 2023 तक के आंकड़ों के अनुसार आईपीसी की धारा-376 और पॉक्सो एक्ट के तहत दर्ज 77044 एफआईआर में से 75,331 मामलों को निस्तारित कर 97.80 प्रतिशत के साथ पूरे देश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है. एनसीआरबी ने भी इसकी पुष्टि की है.
सीएम योगी को बताया कि इन मामलों में दूसरे स्थान पर गोवा है, जिसका अनुपात 97.30 प्रतिशत है, जबकि तीसरे स्थान पर पुडुचेरी है, जिसका अनुपात भी 97.30 है. वहीं इन मामलों में सबसे खराब प्रदर्शन बिहार का रहा है, बिहार की दर 18.7 प्रतिशत है. इसके बाद मणिपुर का 23.7 प्रतिशत और असम का 35.4 प्रतिशत है.
महिला संबंधी अपराधों की जांच प्रक्रिया में और तेजी लाने के निर्देश आईपीसी की धारा-376 तथा पॉक्सो एक्ट के तहत दर्ज एफआईआर की दो माह के भीतर जांच प्रक्रिया पूरी करने में 71.8 प्रतिशत के साथ उत्तर प्रदेश ने पांचवा स्थान प्राप्त किया है. दो माह से अधिक जांच लम्बित होने के मामलों में 0.5 प्रतिशत के साथ उत्तर प्रदेश ने तीसरा स्थान प्राप्त किया है. मुख्यमंत्री ने बैठक में मौजूद गृह विभाग के अधिकारियों को जांच प्रक्रिया में तेजी लाने और लंबित जांच को जल्द पूरा करने के निर्देश दिए.