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उत्तर प्रदेश
यूपी : बदली भूमिका में नजर आए खोजी कुत्ते, किया मार्चपास्ट, अफसरों को दिया बुके
Tara Tandi
8 Sep 2023 10:10 AM GMT
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अखिल भारतीय रेल सुरक्षा बल श्वान प्रतियोगिता का आयोजन रेल सुरक्षा बल जोनल ट्रेनिंग सेंटर सूबेदारगंज के परिसर में किया गया है। शुक्रवार को कार्यक्रम का उद्घाटन प्रशिक्षण केंद्र के परेड मैदान में आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आईजी एनसीआर रेलवे अमिय नंदन सिन्हा ने "मीट की शुरुआत" की घोषणा की।
सीनियर डीएसपी आगरा अनुभव जैन ने टीम प्रबंधकों और भाग लेने वाली टीमों का मुख्य अतिथि से परिचय कराया। आयोजन में 16 जोनल रेलवे की रेल सुरक्षा बल डॉग स्क्वायड टीमें भाग ले रही हैं। तीन ट्रेडों में प्रतियोगिता आयोजित की गई है। जिसमें ट्रैकिंग, विस्फोटक का पता लगाना और नारकोटिक्स का पता लगाना है। विभिन्न रेलवे से कुल 60 कुत्तों ने पंजीकरण कराया है और अपने क्षेत्र में अपनी विशेषज्ञता दिखाने के लिए प्रयागराज पहुंचे हैं।
देश के कोने कोने से पहुंचे हैं विशेषज्ञ कुत्ते
प्रतियोगिता में पूर्वोत्तर रेलवे गोरखपुर से पांच कुत्ते, पश्चिम रेलवे मुंबई चर्च गेट से तीन कुत्ते, पश्चिम मध्य रेलवे जबलपुर से पांच कुत्ते, दक्षिण पश्चिम रेलवे हुबली से छह कुत्ते, दक्षिण मध्य रेलवे सिकंदराबाद से छह कुत्ते, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर से चार कुत्ते, पूर्वी रेलवे कोलकाता से छह कुत्ते, मध्य रेलवे मुंबई से तीन कुत्ते, ईस्ट कोस्ट रेलवे भुवनेश्वर से तीन कुत्ते, उत्तर पश्चिम रेलवे जयपुर से एक कुत्ता, उत्तर रेलवे नई दिल्ली से दो कुत्ते, उत्तर मध्य रेलवे प्रयागराज से दो कुत्ते, पूर्व मध्य रेलवे हाजीपुर से चार कुत्ते, दक्षिणी रेलवे चेन्नई से पाच कुत्ते, दक्षिण पूर्व रेलवे गार्डन रीच कोलकाता से चार कुत्ते, पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे मालीगांव से दो कुत्ते प्रतिभाग कर रहे हैं। कुल 60 प्रतिस्पर्धी कुत्तों में से 21 ट्रैकर, 14 नारकोटिक्स डिटेक्टर और 25 विस्फोटक डिटेक्टर हैं।
लाखों यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं यह डाग
ये कुत्ते लाखों रेल यात्रियों की सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में ट्रेनों और स्टेशन परिसरों में नियमित रूप से प्रयोग किए जा रहे हैं। अखिल भारतीय रेल सुरक्षा बल डॉग प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए अपना नाम दर्ज कराने से पहले वे जोनल स्तर पर ऐसी प्रतियोगिता में भाग ले चुके थे और जीत भी चुके हैं। जोनल स्तर पर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वालों को जोन द्वारा चयनित किया गया है और अखिल भारतीय रेल सुरक्षा बल डॉग प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए भेजा गया है। प्रतियोगिता में अपराधियों पर नज़र रखने, अलग-अलग परिस्थितियों में अलग-अलग मात्रा में अफीम और गांजा जैसे नशीले पदार्थों का पता लगाने में इनकी क्षमता का परीक्षण किया जाएगा।
पता लगाने की क्षमता का किया जाना है परीक्षण
विभिन्न परिस्थियों जैसे कंटेनरों में छिपे और कपड़ों में लपेटे विस्फोटकों का पता लगाने में प्रशिक्षित कुत्तों को अलग-अलग परिस्थितियों में अलग-अलग मात्रा में टीएनटी, आरडीएक्स, पीईके, गन पाउडर इत्यादि जैसे विभिन्न विस्फोटक पदार्थों का पता लगाने की क्षमता का परीक्षण किया जाएगा। इस क्षेत्र में विशेषज्ञता रखने वाले रेल सुरक्षा बल और उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग के सेवानिवृत्त कर्मी जिन्होंने इस क्षेत्र में सेवाएं प्रदान की हैं और गहन ज्ञान रखते हैं को इस प्रतियोगिता में जज के रूप में आमंत्रित किया गया है।
विभिन्न कुत्तों के प्रदर्शन के आधार पर एक टीम का गठन किया जाएगा और उसे अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट (एआईपीडीएम) में मैदान में उतारने से पहले प्रशिक्षित किया जाएगा, जो फरवरी-मार्च 2024 के दौरान लखनऊ में आयोजित होगी। अखिल भारतीय रेल सुरक्षा बल डॉग प्रतियोगिता के उद्घाटन समारोह में रेलवे के मुख्य सुरक्षा आयुक्त एनसीआर एम सुरेश, सीनियर डीएससी प्रयागराज, सीनियर डीएससी/आगरा और बल के अन्य अधिकारी और सदस्य भी शामिल थे।
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