उत्तर प्रदेश

UP Police का दरोगा भी 42 लाख की लूट में शामिल

Jyoti Nirmalkar
25 July 2024 5:58 AM GMT
UP Police का दरोगा भी 42 लाख की लूट में शामिल
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वाराणसी VARANSI : वाराणसी में नीचीबाग के कूड़ाखाना गली निवासी सर्राफ जयपाल कुमार के दो कर्मचारियों से 42.50 लाख की लूट में रामनगर पुलिस ने नदेसर (कैंट) चौकी प्रभारी सूर्य प्रकाश पांडेय समेत तीन को गिरफ्तार किया है। तीनों के पास से लूट के 8 लाख 5 हजार रुपये नगद, दो पिस्टल, कारतूस और बाइक बरामद की गई है। तीनों को बुधवार को जेल भेज दिया गया। डीसीपी काशी गौरव बंशवाल DCP Kashi Gaurav Bansal ने बुधवार को चेतगंज स्थित
पुलिस आफिस
में बताया कि 22 जून की रात आरोपी हाईवे पर विश्वसुंदरी पुल के पास बस में सवार सर्राफ जयपाल के दो कर्मचारियों को नीचे उतारकर दूसरे वाहन में ले गए। इसके बाद 42.5 लाख लूट लिए। लूटकांड में दरोगा सूर्य प्रकाश पांडेय, अहिरौली (चोलापुर) निवासी विकास मिश्रा, आयर बाजार (चोलापुर) निवासी अजय गुप्ता को गिरफ्तार किया गया है। घटना के समय सूर्यप्रकाश पांडेय वर्दी में था। वारदात में बड़ागांव निवासी निलेश यादव, मुकेश दुबे उर्फ हनी, योगेश पाठक उर्फ सोनू भी शामिल थे, जिनकी तलाश की जा रही है। आरोपी विकास मिश्रा के पास से लूट के 5.70 लाख, अजय गुप्ता के पास से दो लाख, सूर्यप्रकाश पांडेय के पास से 35 हजार रुपये बरामद हुए हैं। दरोगा सूर्यप्रकाश प्रयागराज के कर्नलगंज थाना क्षेत्र के शुक्ला मार्केट, सलोरी का रहनेवाला है।
कई घटनाओं में शामिल, करोड़ों दबाए: पुलिस अफसरों की पूछताछ में पता चला है कि Surya Prakash Pandey सूर्य प्रकाश पांडेय केवल सर्राफ जयपाल के कर्मचारियों से ही लूट में शामिल नहीं था, बल्कि इसके पहले उसने कई वारदात को अंजाम दिया है। पूर्व की घटनाओं में चार से पांच करोड़ रुपये तक लूट की बात सामने आ रही है। चूंकि पूर्व में लूट की घटनाओं में किसी ने शिकायत दर्ज नहीं कराई, लिहाजा सख्ती के बावजूद सूर्यप्रकाश ने मुंह नहीं खोला। टालमटोल के बाद कर्मचारियों पर ही कर दिया केस ; रामनगर पुलिस की भूमिका भी पूरे मामले में संदिग्ध है। घटना 22 जून की है, जबकि मुकदमा 13 जुलाई को लिखा गया। मुकदमा भी पुलिस ने कारोबारी के कर्मचारियों पर ही धन गबन में दर्ज किया। जबकि कारोबारी ने 11 जुलाई को दी गई अपनी तहरीर में लिखा था कि बस में वर्दी पहने एक व्यक्ति सवार हुआ था। यह भी बताया था कि उसने दोनों कर्मचारियों के साथ ही बस और परिचालक से घटना के संबंध में बात की। इन सबके बावजूद रामनगर पुलिस ने बिना तफ्तीश किये पुलिसकर्मी को बचाने के लिए कर्मचारियों पर ही केस लाद दिया।
पूर्व डीएसपी का बेटा है आरोपी दरोगा आरोपी दरोगा सूर्य प्रकाश पांडेय के पिता भी पुलिस महकमे में थे। DSP डीएसपी के पद से रिटायर हुए थे। विभागीय कर्मचारियों में इस बात की काफी चर्चा रही। वहीं दरोगा के कार्यों की निंदा भी हो रही थी। अपराधी से दोस्ती ने लगाया रुपये का चस्का 2019 बैच के दरोगा सूर्य प्रकाश पांडेय की पहली तैनाती बड़ागांव थाने पर हुई थी। वहीं उसकी नजदीकी बड़ागांव निवासी अपराधी नीलेश यादव, मुकेश दुबे, योगेश पाठक, चोलापुर के अजय और विकास से हुई। इनकी शोहबत में आकर सूर्यप्रकाश को रुपये का चस्का लग गया। बड़ागांव और कचहरी चौकी पर तैनाती के दौरान रुपये वसूली को लेकर वह बदनाम था।
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