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उत्तर प्रदेश
आईआईटी कानपुर की मदद से साइबर क्राइम सुलझाएगी यूपी पुलिस, जानिए कैसे रोकेगी अपराध
Renuka Sahu
13 Jun 2022 3:15 AM GMT
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फाइल फोटो
यूपी पुलिस सितंबर से आईआईटी कानपुर की मदद से साइबर अपराध के मामले सुलझाएगी।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। यूपी पुलिस सितंबर से आईआईटी कानपुर की मदद से साइबर अपराध के मामले सुलझाएगी। लगातार बढ़ रहे साइबर अपराध रोकने के लिए आईआईटी के वैज्ञानिकों ने टूल सिस्टम विकसित किया है, जिसकी मदद से क्राइम रोकने और अपराधी को पकड़ने में सहायता मिलेगी। वैज्ञानिकों ने डीजीपी समेत पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के समक्ष इस टूल सिस्टम का डेमो भी प्रदर्शित किया है। प्रोजेक्ट की अगुवाई कर रहे आईआईटी के वैज्ञानिक प्रो. संदीप शुक्ला ने बताया कि इस सिस्टम का पहला वर्जन 30 सितंबर को तैयार हो जाएगा और फिर उसे पुलिस को सौंप दिया जाएगा। ऐसी तकनीक का उपयोग करने वाली पहली यूपी पुलिस होगी।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर में बने सी3आई हब में साइबर सुरक्षा को लेकर वैज्ञानिक प्रो. मणींद्र अग्रवाल और प्रो. संदीप शुक्ला की देखरेख में वैज्ञानिकों की टीम लगातार रिसर्च कर रही है।
इसी बीच आईआईटी और यूपी पुलिस के बीच समझौता हुआ जिसके तहत पुलिस ने अपराध रोकने के लिए संस्थान से तकनीक मांगी। वैज्ञानिकों ने रिसर्च शुरू किया और दो साल के प्रयास के बाद साइबर सुरक्षा को लेकर टूल विकसित किया।
प्रो. संदीप के मुताबिक टूल सिस्टम के माध्यम से मैसेज, फोन कॉल, ईमेल, फ्री ऑफर आदि से होने वाले साइबर अपराध का खुलासा कर अपराधियों तक पुलिस पहुंच सकेगी। उन्होंने बताया कि साइबर अपराध को लेकर पुलिस के सामने जो चुनौतियां आती हैं, उसे ही टारगेट कर यह टूल सिस्टम बनाया गया है। यूपी पुलिस की कई अन्य समस्याओं को लेकर आईआईटी कानपुर के वैज्ञानिक शोध कर रहे हैं।
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