उत्तर प्रदेश

UP: बसों में पार्सल सेवा के नाम पर यात्रियों की सुरक्षा खतरे में

Jyoti Nirmalkar
11 Aug 2024 4:35 AM GMT
UP: बसों में पार्सल सेवा के नाम पर यात्रियों की सुरक्षा खतरे में
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गोरखपुर Gorakhpur : रोडवेज की बसें अब अवैध पार्सल सेवा का भी माध्यम बन गई हैं। चालक व परिचालक चंद रुपयों की लालच में बस के अंदर व छत पर सामान लाद ले रहे हैं। इससे यात्रियों की सुरक्षा को गंभीर खतरा पैदा हो गया है। रेलवे बस स्टेशन परिसर में शुक्रवार की पड़ताल में देखा गया कि रोडवेज की बसों में अवैध रूप से पार्सल भरे जा रहे हैं। बसों के चालक और परिचालक न केवल यात्रियों के सामान को नजरअंदाज
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कर रहे हैं, बल्कि पार्सल के लिए खुलेआम पैसे भी वसूल रहे हैं। परिवहन विभाग के अधिकारियों का दावा है कि यात्रियों को कोई असुविधा न हो और बस के चालक और परिचालक यात्रियों के साथ मनमानी न कर सकें इसके लिए दो टीमें अलग-अलग रेलवे बस स्टेशन परिसर में निरीक्षण करती हैं। इसके बावजूद भी परिसर के भीतर ही नियमों के विपरीत सामान और पार्सल ढोए जा रहे हैं। शुक्रवार को परिसर के भीतर महराजगंज जाने के लिए खड़ी बस के पीछे एक व्यक्ति चालकों व परिचाकों की मदद से भारी-भरकम व्यवसायिक सामान को शहर से बाहर भजने के लिए ढोने में लागा हुआ था।
यह पार्सल ठूठीबारी thuthibari के लिए भेजा जा रहा था जिसे बस की डिग्गी में रखा गया। कुछ समय बाद, जब एक दूसरी बस देवरिया के लिए रवाना हो रही थी तो ड्राइवर को इशारे से रोककर पार्सल पकड़ाया गया और बस को बिना किसी जांच के गंतव्य की ओर भेज दिया गया। इस अवैध गतिविधि में लिप्त रोडवेज चालक और परिचालक पैकेट के अनुसार 50 से 100 रुपये तक वसूलते हैं। परिवहन विभाग ने हाल ही में इस मामले पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम उठाए नहीं गए हैं। परिवहन निगम ने निर्देश दिया है कि यदि बसों में बिना बुकिंग का सामान पाया गया तो संबंधित चालक और परिचालक को बर्खास्त कर दिया जाएगा। खतरें में यात्रियों की सुरक्षा यह स्थिति यात्रियों की सुरक्षा को गंभीर खतरे में डाल रही है। बिना किसी जांच-पड़ताल के बस के अंदर और बाहर दोनों जगह पर पार्सल भरे जा रहे हैं। इससे यात्री असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। वहीं, यात्रियों को अतिरिक्त सामान ले जाने पर मना किया जाता है, लेकिन पार्सल की भराई में कोई रोक-टोक नहीं होती। इस घोटाले ने न केवल नियमों की धज्जियां उड़ाई हैं, बल्कि यात्रा की सुरक्षा मानकों पर भी प्रश्नचिह्न खड़ा किया है।
प्रभावी कार्रवाई नहीं होने से हौसले बुलंद नियमानुसार बसों में लगेज ले जाने का प्रावधान है, लेकिन बस चालक नियमों की अनदेखी कर सीमा से अधिक सामान ले जा रहे हैं। इसके कारण विभाग को लाखों रुपए के टैक्स का नुकसान हो रहा है। Government सरकारी और निजी बसों पर माल भेजा जाता है, लेकिन कभी भी रास्ते में चेकिंग नहीं होती। अधिक लगेज होने के कारण बसें कभी-कभी अनियंत्रित हो जाती हैं, जिससे दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है। इसके बावजूद संबंधित विभाग की ओर से कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की जा रही है।
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