उत्तर प्रदेश

यूपी: यूक्रेन में जान गंवाने वाले कर्नाटक के छात्र का शव भारत नहीं पहुंचने पर AMU में किए मार्च

Kunti Dhruw
3 March 2022 4:04 PM GMT
यूपी: यूक्रेन में जान गंवाने वाले कर्नाटक के छात्र का शव भारत नहीं पहुंचने पर AMU में किए मार्च
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यूक्रेन और रुस के बीच चल रहे युद्ध (Russia-Ukraine Crisis) के बीच वहां एक भारतीय छात्र की मौत हो गई.

यूक्रेन और रुस के बीच चल रहे युद्ध (Russia-Ukraine Crisis) के बीच वहां एक भारतीय छात्र की मौत हो गई. वहीं अब भी कई छात्र वहां फंसे हुए हैं. इधर कर्नाटक के छात्र की मौत को लेकर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) के छात्रों द्वारा कंडोलेंस मार्च निकाला गया. इसके साथ में यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को लेकर भारत सरकार (Indian Government) को कटघरे में खड़ा कर दिया. एएमयू के छात्रों ने भारत सरकार पर वहां फंसे छात्रों और कर्नाटक के छात्र की मौत के बाद वहां फंसी छात्र की डेड बॉडी को लेकर आरोपों की बौछार कर दी. छात्रों का कहना है कि भरतीय सरकार सोती रही और छात्र की मौत हो गई.

यूक्रेन और रुस के बीच चल रहे युद्ध के दौरान हो रही गोलाबारी में गोली लगने से कर्नाटक के भारतीय छात्र नवीन शेखर अप्पा की मौत हो गई. यूक्रेन में मेडिकल एमबीबीएस के भारतीय छात्र की मौत होने से अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्रों को भी बड़ा आघात पहुंचा है. यूक्रेन में भारतीय छात्र की मौत को लेकर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्रों द्वारा एएमयू कैंपस के डंक पॉइंट से बाबे सैयद गेट तक कंडोलेंस मार्च निकाला गया. साथ ही मृतक छात्र के परिवार के प्रति शोक संवेदना व्यक्त की गई. जबकि छात्रों ने यूक्रेन में चल रहे युद्ध के बीच वहां फंसे भारतीय छात्रों को लेकर भारत सरकार पर सवालिया निशान खड़े किए हैं.

"छात्र की यूक्रेन में मौत हो गई, यह भारत सरकार के लिए शर्म की बात"
छात्रों ने कहा कि अन्य देशों की सरकार को पहले से जंग का पता था, इसीलिए सभी देशों ने अपने छात्रों को जंग से पहले निकाल लिया. लेकिन भारत सरकार अपने भारतीय छात्रों को वहां से निकालने के बजाय सोती रही और छात्रों के लिए सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया. जिससे वहां फंसे भारतीय छात्रों को वापस हिंदुस्तान लाया जा सके. छात्रों का कहना है कि एक छात्र की यूक्रेन में मौत हो गई. जो भारत सरकार के लिए बड़ी ही शर्मनाक बात है. उस छात्र की डेड बॉडी अभी तक उसके परिवार के बीच में नहीं पहुंची है. वहां के हालात यह है कि एक छात्र को ब्रेन हेमरेज से मौत हो गई है तो वहीं कई छात्र वहां हो रही गोलीबारी में घायल हैं. इनकी अधिकारिक पुष्टि नहीं की जा रही है. इसके साथ ही यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध और वहां फंसे भारतीय छात्र व अन्य लोगों को भारत वापसी के लिए एक ज्ञापन महामहिम राष्ट्रपति के नाम एसडीएम को सौंपा गया है. इसके साथ ही एसीएम प्रथम सुधीर कुमार ने बताया कि अलीगढ़ जिले के 27 बच्चे अभी यूक्रेन में फंसे हुए हैं, जिनको वापस लाने के लिए भारत सरकार सहित राज्य सरकार प्रयासरत है.
उत्तर प्रदेश सरकार चुनाव में रही व्यस्त
एएमयू ने छात्रों का आरोप है कि अन्य देशों को वहां जंग होने का पता था सो उन्होंने अपने लोगों को पहले ही निकाल लिया. लेकिन भारत सरकार वहां हो रही जंग को लेकर सो रही थी. इसके साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार यूपी में चल रहे चुनावों में बिजी होने के चलते व्यस्त चल रही थी. जबकि वहां यूक्रेन में हमारे भारतीय छात्र की जंग में मौत हो गई. छात्रों का कहना है कि यूक्रेन में जंग के दौरान भारत सरकार, भारत सरकार की एजेंसी सहित भारतीय दूतावास सभी फेल हो गए.
प्रशासनिक अधिकारी सुधीर कुमार ने कहा कि रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध और वहां फंसे भारतीय छात्रों सहित नागरिकों को वहां से भारत वापस लाने को लेकर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्रों द्वारा राष्ट्रपति के नाम संबोधित उन्हें एक ज्ञापन दिया गया है. उनके द्वारा बताया कि अलीगढ़ जिले के 27 छात्र और छात्राएं अभी यूक्रेन में फंसे हुए हैं. इन सभी 27 बच्चों के परिवारों से जिले के प्रशासनिक अधिकारी उनके घर घर जाकर मुलाकात करते हुए आश्वासन दिया जा रहा है कि जल्द ही उनके बच्चे वापस यूक्रेन से आ जाएंगे.
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