उत्तर प्रदेश

यूपी : गन्ने की खेती छोड़ लैमन ग्रास से लाखों रुपये बना रहे किसान

Manish Sahu
30 Aug 2023 5:00 PM GMT
यूपी : गन्ने की खेती छोड़ लैमन ग्रास से लाखों रुपये बना रहे किसान
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उत्तरप्रदेश: हींग लगे न फिटकरी और रंग चोखा ही चोखा... मुजफ्फरनगर के खतौली के छोटे से गांव बडसू सिंकदपुर कला के किसान शिवकुमार के साथ कुछ ऐसा ही हो रहा है। शिवकुमार तीन साल से लेमन ग्रास की खेती कर लाखों रुपये कमा रहे हैं। परंपरागत गन्ने की खेती से अलग हटकर औषधीय लेमन ग्रास की खेती करने वाले वह जिले के अकेले किसान हैं। वह इसकी खेती से गन्ने से काफी ज्यादा मुनाफा ले रहे हैं। लैमन ग्रास की पौध एक बार लगाने के बाद चार से पांच साल तक इसे बोने की आवश्यकता नहीं पड़ती।
एक एकड़ भूमि में इस खेती की शुरुआत की
खतौली के बडसू सिंकदपुर कला गांव के शिवकुमार पास 22 बीघा जमीन है। शिवकुमार ने बताया कि वह गन्ने की फसल बो रहे थे। तीन साल पहले उनके एक रिश्तेदार एसडीएम अशोक कुमार सैनी घर आए। उन्होंने लेमन ग्रास की खेती के बारे में बताया कि यह एक औषधीय खेती है। तीन साल पहले शिव कुमार ने एक एकड़ भूमि में इस खेती की शुरुआत की। इसके लिए पहले गोबर से खेत को तैयार किया। एक एकड़ में ग्रास की 20 से 22 हजार पौध लगी। प्रति पौध एक रुपये में मिलती है। इस तरह सब खर्च मिलाकर एक एकड़ में 40 हजार रुपये की लागत आई। तब से वह वही बोई गई फसल काटते आ रहे है। इसका मुनाफा देख अब वह अपनी बीस बीघा भूमि में लैमन ग्रास की खेती कर रहे हैं।
प्रति एकड़ साल में दो लाख रुपये की कमाई
शिव कुमार ने बताया कि गन्ने की फसल से इतनी बचत नहीं है। गन्ने की फसल में खर्च भी प्रतिवर्ष बहुत अधिक आता है। इसलिए अच्छी बचत नहीं होती लेकिन लैमन ग्रास में साल की शुरुआत में ही लगभग 40 हजार रुपये का खर्च आता है। इसके बाद पांच साल फसल बोने की आवश्यकता नहीं पड़ती। एक फसल ढाई से तीन महीने में तैयार हो जाती है। इस तरह साल में चार फसल कटती है। प्रति एकड लैमन ग्रास की उपज से 170 से 180 किलोग्राम ऑयल निकलता है। जिसकी बाजारी कीमत औसतन 1300 रुपये प्रति किलोग्राम है।
महिलाओं ने भी शुरू की खेती
शिव कुमार की देखा देखी राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत महिलाओं के स्वयं सहायता समूह को भी इस औषधीय खेती से जोड़ने की पहल जिले की गई है। शिव कुमार के ही गांव बडसू सिंकदरपुर कला में तीन महिलाओं ने एक-एक एकड़ में लैमन ग्रास की खेती की शुरुआत की है।
लैमन ग्रास का प्रयोग
लैमन ग्रास का यूज लैमन टी बनाने, हैंडवाश, सेनीटाइजर, रुम फ्रेशनर और औषधीय रूप में किया जाता है।
अपने उत्पाद तैयार कर रहे शिवकुमार
शिव कुमार ने लैमन ग्रास से ऑयल निकालने का प्लांट भी लगा लिया है। इसके ऑयल से वह विभिन्न सेनीटाइजर, रुम फ्रेशनर समेत अन्य उत्पाद भी बना रहे हैं।
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