उत्तर प्रदेश

कबाड़ बना दिए एक करोड़ के भूमिगत डस्टबिन

Admin Delhi 1
7 April 2023 10:57 AM GMT
कबाड़ बना दिए एक करोड़ के भूमिगत डस्टबिन
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आगरा न्यूज़: शहर की सड़कों पर कचरा दिखाई नहीं दे इसके लिए नगर निगम ने प्रमुख सड़कों के किनारे भूमिगत डस्टबिन लगाए थे. करीब एक करोड़ रुपये की लागत से लगे डस्टबिन कबाड़ होने लगे हैं. किसी का हाइड्रोलिक सिस्टम खराब हो चुका है तो कोई पानी में गल गया है.

शहर में प्रतिदिन करीब 750-800 मीट्रिक टन कचरा निकलता है. इसके उठान के लिए नगर निगम के पास भारी भरकम अमला है. शहर में 350 से अधिक डलाबघर और करीब 10 ट्रांसफर स्टेशन हैं, बावजूद इसके सड़कों के किनारे कचरे के ढेर लगे रहते हैं. इसकी वजह से शहर की छवि खराब होती है. इसलिए, नगर निगम के अधिकारियों ने शहर में करीब 15 प्रमुख स्थानों पर भूमिगत डस्टबिन लगाए थे. कचरा में इनमें डाल दिया जाता था और अगले दिन नगर निगम की गाड़ियां हाइड्रोलिक सिस्टम से युक्त डस्टबिन से कचरा उठाकर ले जाती थीं. लेकिन, अब हालात उलटे हो गए हैं. ये डस्टबिन सफाई के बजाय और अधिक गंदगी कर रहे हैं. उचित रखरखाव न होने की वजह से अधिकांश डस्टबिन कबाड़ हो रहे हैं.

यहां लगाए गए थे डस्टबिन:

सर्किट हाउस गेट के पास, रामतेज हॉस्पिटल के सामने, ताजमहल पश्चिमी गेट, धांधूपुरा रोड, कलाकृति के सामने, बसई सब्जी मंडी के पास, पुरानी मंडी चौराहा, रेडीसन ब्लू होटल के पास, भगवान टाकीज के पास, कैनरा बैंक के पास दीवानी चौराहा, नेहरू नगर पार्क के पास, नवल किशोर हॉस्पिटल के सामने, आरबीएस कैंपस के पास, बल्लभ जी विहार दयालबाग, अतुल फार्म हाउस के पास दयालबाग में.

ये उपकरण भी हो रहे कबाड़:

● 1.5 करोड़ रुपये के रिक्शे वार्ड कार्यालयों में कबाड़ हो रहे

● 300 से अधिक प्लास्टिक और स्टील के हैंगिंग डस्टबिन

● 500 से अधिक कचरे डालने के बड़े डस्टबिन जंग खा गए

भूमिगत डस्टबिंस के संबंध में शिकायत मिली है कि कई स्थानों पर डस्टबिन खराब हो चुके हैं. इनका सर्वे कराया जा रहा है. जो ठीक हो सकते हैं उन्हें दुरुस्त कराया जाएगा. जो पूरी तरह से कबाड़ हो चुके हैं उन्हें हटवाया जाएगा.

सुरेंद्र प्रसाद यादव, अपर नगर आयुक्त

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