उत्तर प्रदेश

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत बीमार कर्मियों ने बीमा में पेंच फंसाया

Admindelhi1
14 May 2024 4:41 AM GMT
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत बीमार कर्मियों ने बीमा में पेंच फंसाया
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महिला कर्मियों के दस्तावेज डिस्पैच नहीं हो पाने की बात सामने आई

मुरादाबाद: राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के अंतर्गत संविदा पर कार्यरत कर्मचारियों को बीस लाख तक का बीमा कवर देने की प्रक्रिया डेढ़ महीने पहले शुरू हो जाने के बावजूद अभी तक कर्मचारी बीमा कवर के दायरे में नहीं आ सके हैं. इसका कारण बीमार चल रहे कर्मचारियों और मातृत्व अवकाश पर चल रहीं महिला कर्मियों के दस्तावेज डिस्पैच नहीं हो पाने की बात सामने आई है.

एनएचएम के संविदा कर्मियों का बीमा हो जाने की प्रक्रिया मार्च में शुरू की गई थी और निर्धारित समय सीमा के मुताबिक यह उसी महीने पूरी कर ली जानी थी. मुरादाबाद में एनएचएम के डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम मैनेजर रघुवीर सिंह ने बताया कि मुरादाबाद में पांच फीसदी कर्मचारियों के दस्तावेज डिस्पैच नहीं किए जा सके हैं. प्रदेश के अन्य जनपदों में भी इतने ही कर्मियों के दस्तावेज शासन को प्राप्त नहीं हुए हैं. इसका मुख्य कारण दस्तावेजों में उनके सत्यापित हस्ताक्षर नहीं हो पाना है. बीमा कवर के दायरे में लाए जाने के लिए शत-प्रतिशत कर्मियों के हस्ताक्षरित दस्तावेज शासन को भेजे जाने की प्रक्रिया पूर्ण होना जरूरी है.

जानकारी में आया है कि जो कर्मचारी बीमार चल रहे हैं और इसी तरह मातृत्व अवकाश पर चल रही महिला कर्मियों की तरफ से दस्तावेज भेजने की कार्रवाई पूरी नहीं होने के चलते सभी को बीमा कवर के दायरे में लाने की प्रक्रिया अभी बीच में फंसी हुई है. उनके दस्तावेज शासन में प्राप्त होने पर ही एनएचएम के सभी संविदा कर्मी बीस लाख तक के बीमा के दायरे में आएंगे.

पुत्र और पुत्रवधू पर लगाया मारपीट का आरोप: कोतवाली क्षेत्र के गांव सुंदर नगर निवासी घासी पत्रुर दलपत सिंह ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि उसका पुत्र और उसकी पत्नी रंजिशन आए दिन गाली गलौज करते है. पहर जब वह घर पर अकेला था, तभी उसका पुत्र और उसकी पत्नी राय होकर घर में घुस आए और गाली गलौज करते हुए मारने लगने. वृद्ध ने तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है.

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