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टीके के विरोध में दो हजार परिवार, शहर व देहात के 30 इलाकों में अधिक परेशानी
बरेली न्यूज़: बच्चों के नियमित टीकाकरण का जिले में करीब दो हजार परिवारों ने विरोध कर दिया है. यूनीसेफ ने इसकी रिपोर्ट प्रशासन को दी है. इन विरोधी परिवारों को मनाने की शुरूआती कोशिश नाकाम हो गई है. इतनी बड़ी संख्या में विरोधी परिवार से स्वास्थ्य विभाग के साथ ही प्रशासन में हड़कंप मच गया है. अब वहां बच्चों के टीकाकरण के लिए विशेष टास्क फोर्स बनाया जाएगा.
स्वास्थ्य विभाग की तरफ से बच्चों के विशेष टीकाकरण अभियान का पहला चरण पूरा हो गया है. इस दौरान शहरी और ग्रामीण इलाकों में कई जगह बच्चों को टीका लगवाने से परिवार ने इंकार कर दिया. स्वास्थ्य विभाग की टीम के समझाने के बाद भी घरवालों ने बच्चों को टीका नहीं लगवाया और तर्क दिया कि उनको भी टीका नहीं लगा था. जिले में ऐसे करीब 2 हजार परिवार हैं. यूनीसेफ की टीम ने टीकाकरण विरोधी परिवारों की रिपोर्ट प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को दी है.
शहर और देहात में 30 इलाके ऐसे हैं जहां विरोधी परिवारों की संख्या अधिक है. इसमें आजमनगर, सराय खां, कुंवरपुर, ग्रीनपार्क, जोगीनवादा, अशरफखां छावनी, कांकरटोला, कसाईटोला, कांजीटोला, रोहिलीटोला, सहसवानी टोला, किला छावनी, नरकुलागंज, माधोबाड़ी, बुखारपुरा, सूफीटोला शामिल हैं.
काउंसिलिंग, वैक्सीनेशन के लिए बनेगी अलग टीम
विरोधी परिवारों की काउंसिलिंग के लिए प्रशासन के निर्देश पर विशेष टीम का गठन किया जा रहा है. इसमें इलाके के पार्षद, ग्राम प्रधान, कोटेदार, स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सक, सरकारी स्कूलों के शिक्षक और प्रशासन के अधिकारी शामिल होंगे. इन परिवारों को समझाया जाएगा और अधिकारियों के सामने बच्चों को टीका लगाया जाएगा.
टीकाकरण के विरोधी परिवारों को समझाने, वैक्सीनेशन के लिए राजी करने के लिए काउंसिलिंग की जाएगी. प्रशासन समेत अन्य विभागों के सहयोग से विरोधी परिवारों के बच्चों को टीका लगाया जाएगा. -डॉ. प्रशांत, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी