उत्तर प्रदेश

वाराणसी में दो आवारा कुत्तों ने खींचा विदेशियों का ध्यान, विदेश जाने की तैयारी

Gulabi Jagat
2 Jun 2023 12:53 PM GMT
वाराणसी में दो आवारा कुत्तों ने खींचा विदेशियों का ध्यान, विदेश जाने की तैयारी
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वाराणसी (एएनआई): वाराणसी की गलियों में घूमते आवारा कुत्ते स्थानीय हो सकते हैं, लेकिन अब वे सामान्य कुत्ते नहीं हैं. जया और मोती नाम के दो कुत्तों ने दो विदेशी ज्वैलर्स का ध्यान खींचा है, जिन्होंने उनमें वो तमाम खूबियां देखीं, जिन्हें हम अक्सर आवारा कुत्ते कहकर नजरअंदाज कर देते हैं। अब ये जल्द ही विदेश यात्रा करेंगे जहां ये अपनी लाइफ को एंजॉय करेंगे।
वाराणसी के इन दो देशी नस्ल के कुत्तों की किस्मत चमकी है। कल तक वाराणसी की गलियों में घूमने वाले ये कुत्ते अब विदेश जाकर वैभवपूर्ण जीवन व्यतीत करेंगे। इसके लिए उनका पासपोर्ट भी तैयार कर लिया गया है। मोती जहां इटली जाएगा, वहीं जया नाम की फीमेल डॉग नीदरलैंड जाएगी। डॉग केयर संस्था के मुताबिक, मोती जून के महीने में इटली के लिए रवाना होगी, जबकि जया जुलाई के महीने में नीदरलैंड्स के लिए रवाना होंगी. कहा जा रहा है कि ये पहला मौका होगा जब वाराणसी के स्ट्रीट डॉग्स विदेश घूमेंगे.
उनकी विदेश यात्रा की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं और उनके पासपोर्ट भी तैयार कर लिए गए हैं। पिछले साल जब इटली की वीरा लजारेती और नीदरलैंड की मिरल बनारस घूमने आईं तो उन्हें इन आवारा कुत्तों से इस कदर प्यार हो गया कि वे इन्हें गोद लेकर अपने देश ले जाने की सोचने लगे। इन दोनों विदेशियों ने एक एनजीओ की मदद से इन्हें गोद लेने की कानूनी प्रक्रिया पूरी की। अब जया और मोती विदेश में सेटल होने की तैयारी कर रहे हैं। जानवरों के लिए काम करने वाली अनिमोटल संस्था के संदीप सेन गुप्ता ने बताया कि मुंशी घाट के पास गलियों में जया नाम की कुतिया घूम रही थी. इसी दौरान गली के अन्य कुत्तों ने उस पर हमला कर दिया, जिसमें वह घायल हो गई।
वहां से गुजर रहे नीदरलैंड निवासी मिरल ने उसकी मदद की और उसका इलाज कराया। इसके बाद दोनों की दोस्ती हो गई और अब मिरल उसे नीदरलैंड बुला रही है। इसके लिए सारी कागजी कार्रवाई पूरी कर ली गई है। (एएनआई)
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