- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- मेरठ में आईएसबीटी जैसे...
मेरठ: मेरठ में नया बस अड्डा दिल्ली के आईएसबीटी की तर्ज पर बनेगा. प्रशासन की ओर से शासन को भेजे प्रस्ताव को कैबिनेट से मंजूरी के बाद अब मोदीपुरम में पल्हैड़ा और परतापुर में भूड़बराल में मेरठ का आईएसबीटी को तैयार किया जाएगा. इन दोनों बस अड्डे की व्यवस्था रैपिड, मेट्रो और एक्सप्रेसवे को ध्यान में रखकर की जाएगी. इनके निर्माण पर रैपिड की निर्माण कंपनी एनसीआरटीसी का सहयोग रहेगा.
अधिकारियों के अनुसार शहर से बाहर बस अड्डे के लिए 40 फीट चौड़ी सड़क वाली जगह चाहिए थी ताकि रैपिड, मेट्रो और एक्सप्रेसवे से आने वाले लोगों को आसानी से बस अड्डे की सुविधा मिल सके. इसके तहत परतापुर से आगे दिल्ली रोड पर भूड़बराल और मोदीपुरम से आगे पल्हैड़ा की जमीन का चयन किया गया है. यह दोनों जगह को शहर की आबादी से बाहर माना जा रहा है. अधिकारियों का कहना है कि बस अड्डा ऐसी जगह होनी चाहिए ,जहां यात्री आसानी से आ जा सकें. रैपिड और मेट्रो के कारण पल्हैड़ा और भूड़बराल दोनों की कनेक्टिविटी आसानी से होगी. वैसे मेरठ महायोजना 2021 में रोडवेज बस अड्डों को शहर से बाहर किया जाना था, लेकिन इस पर कोई काम नहीं हो सका. पिछले पांच साल से बस अड्डों को बाहर करने की मांग उठ रही है. मामला एनजीटी और हाईकोर्ट तक गया. अब जाकर कैबिनेट से फैसला हुआ. शहर को अब इससे बड़ी राहत मिलेगी.
मिलेगी बड़ी राहत
बस अड्डे को शहर से बाहर होने से शहर को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है. रोडवेज वर्कशाप को पहले ही पल्हैडा में शिफ्ट कर दिया गया है. अब बस अड्डा भी शिफ्ट हो जाएगा. अब रोडवेज बसों का आना-जाना बाहर ही बाहर होगा. भैंसाली अड्डे पर यात्री बसें नहीं आ पाएंगी. इससे जाम की समस्या हल होगी. साथ ही रैपिड रेल स्टेशन होने के चलते भैंसाली बस अड्डे की जमीन का बहुउद्देश्यीय उपयोग यात्रियों के लिए किया जाएगा.
बेहतर सुविधा मिलेगी
रैपिड और मेट्रो के कारण शहर से बाहर बस अड्डे के निर्माण से आम लोगों को बेहतर सुविधा मिलेगी. शहर के लोग आसानी से रैपिड, मेट्रो और बस सेवा का लाभ उठा सकेंगे
- दीपक मीणा, डीएम.