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उत्तर प्रदेश
बिल्डिंग जमींदोज मामले में दो की मौत, तीन पर एफआईआर, एक गिरफ्तार
Admin4
26 Jan 2023 9:14 AM GMT
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लखनऊ। यूपी की राजधानी लखनऊ के हजरतगंज इलाके के पांच मंजिला अलाया अपार्टमेंट के ढह जाने से आज दो लोगों की मौत हो गई है। इस मामले अभी तक तीन लोगों पर एफआईआर हुई है। अभी भी सर्च ऑपरेशन चल रहा है। लखनऊ के पुलिस कमिश्नर एसबी शिरोडकर ने बताया कि हादसे में 14 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है। जबकि दो महिलाओं की मौत हो गई है। वहीं तीन लोगो के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। जबकि मामले में नवजिश शाहिद की गिरफ्तारी हो गई है। अभी मालवा हटाने का काम जारी है।
लखनऊ पुलिस कमिश्नर के अनुसार मलबे अब किसी के दबे होने की आशंका न के बराबर है इसलिए जेसीबी व पोकलैंड मशीन से मलबा हटाने का काम शुरू किया गया है। 24 से 48 घंटे का समय लग सकता है। फरार दो अरोपियों की गिरफ्तारी के पांच टीमें गठित की गई हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। इस कमेटी में लखनऊ के आयुक्त रोशन जैकब, संयुक्त पुलिस आयुक्त लखनऊ पीयूष मोर्डिया और चीफ इंजीनियर पीडब्ल्यूडी लखनऊ को शामिल किया गया है। यह कमेटी एक सप्ताह में जिम्मेदार लोगों को चिह्न्ति कर रिपोर्ट देगी। मामले में सपा के पूर्व मंत्री शाहिद मंजूर के बेटे नवाजिश शाहिद समेत तीन पर एफआईआर दर्ज की गई है। उनके पार्टनर मोहम्मद तारिक और फहद याजदानी को भी आरोपी बनाया गया है। नवाजिश को गिरफ्तार कर लिया गया है। हजरतगंज कोतवाली में आईपीसी की धारा 308, 323, 420, 120 बी और 7 सीएलए में एफआईआर दर्ज की गई है। दो मौत के बाद मामले में बढ़ेगी गैर इरादतन हत्या की धारा बढ़ेगी।
हजरतगंज में अलाया अपार्टमेंट जिस जमीन पर बना था वह सपा के पूर्व मंत्री शाहिद मंजूर के बेटे व भतीजे की है। हालांकि, उनके परिवार का कोई सदस्य इस हादसे के समय अपार्टमेंट में नहीं था। एलडीए ने पूर्व मंत्री के बेटे नवाजिश और भतीजे तारिक तथा बिल्डर फहद याजदान को अवैध निर्माण के लिए नोटिस भेज दिया है। हादसे के शिकार एक बुजुर्ग रामप्रकाश ने बताया कि हादसे से ऐसा लगा मानो भूचाल आ गया हो। सब जगह अंधेरा सा छा गया। पिछले छह से सात दिनों से ड्रिल मशीन से काम चल रहा था। उन्होंने कई बार पूछा भी बच्चों की पढ़ाई भी हो रही है। आलया अपार्टमेंट के आस- पास की बिल्डिंग खाली कराई जाएगी। इसको लेकर अभियान तेज की दिया गया है। एलडीए और नगर निगम इसको लेकर संयुक्त अभियान चलाएगा। बताया जा रहा है कि खाली कराने की पीछे दो बड़ी वजह है। इसमें एक वजह बिल्डिंग के गिरने से दो भवन क्षतिग्रस्त हो गए हैं। ऐसे में उसको खाली कराने के बाद उसकी जांच होगी। जब पूरी तरह से वह मानक पर आ जाएगा तभी उसमें लोगों के रहने की अनुमति मिलेगी।
एलडीए वीसी इंद्रमणि त्रिपाठी और नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह ने बताया कि अभी आस- पास के अपार्टमेंट और बिल्डिंगं को खाली कराने के लिए अभियान तेज किया जाएगा। उन्होंने बताया कि आस- पास के भवनों की जांच कराई जा रही है। उनको अगर कोई नुकसान हुआ होगा तो एहतियात के तौर पर उसको खाली कराया जाएगा। इससे कि भविष्य में कोई हादसा न हो पाए।
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