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- चरस और गांजा सहित...
वाले गिरोह के पास 106 मोबाइल और मिली है। पुलिस को दोनों के पास से दो बैग भी बरामत हुए है। दोनों पर शहर के कई थानों में गैंगस्टर समेत 8 से अधिक मामले दर्ज हैं। कानपुर के बाबूपुरवा पुलिस ने गाँव में काफी लोगों के सामने पकड़ा।106 मोबाइल के साथ दो साथी गिरफ्तार, कानपुर में मोबाइल चोरी करने के साथ चरस, गांजा बेचने वाले गिरोह के दो सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। दोनों के पास से बैग में चोरी के और एक किलो 800 ग्राम चरस मिली है।कानपुर में बाबूपुरवा पुलिस ने अजमेर सहित भीड़भाड़ वाले इलाकों में मोबाइल चोरी करने के साथ चरस, गांजा बेचने वाले गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पुलिस को दोनों के पास से बैग में चोरी के और एक किलो 800 ग्राम चरस मिली। दोनों पर शहर के कई थानों में गैंगस्टर समेत 8 से अधिक मामले दर्ज हैं। कानपुर के बाबूपुरवा पुलिस ने गाँव में काफी लोगों के सामने पकड़ा।
डीसीपी साउथ प्रमोद कुमार ने शनिवार को अपने कार्यालय में पत्रकारों को बताया- कि कर्नलगंज बम पुलिस मैदान के पास रहने वाले परवेज उर्फ चिकना और बाबूपुरवा क्षेत्र के मुंशीपुरवा निवासी शाहरुख उर्फ नूर आलम को नए पुल के नीचे रेलवे लाइन से पकड़ा गया है। चरस की बाजार में कीमत दो लाख से अधिक है। शातिरों ने बताया कि मोबाइल का आईएमईआई नंबर बदल कर नेपाल में बेच दिए जाते थे।
डीसीपी साउथ प्रमोद कुमार ने शनिवार को अपने कार्यालय में पत्रकारों को बताया- कि कर्नलगंज बम पुलिस मैदान के पास रहने वाले परवेज उर्फ चिकना और बाबूपुरवा क्षेत्र के मुंशीपुरवा निवासी शाहरुख उर्फ नूर आलम को नए पुल के नीचे रेलवे लाइन से पकड़ा गया है। चरस की बाजार में कीमत दो लाख से अधिक है। शातिरों ने बताया कि मोबाइल का आईएमईआई नंबर बदल कर नेपाल में बेच दिए जाते थे।
पुलिस के मुताबिक, मोबाइल और चरस बेचने वाले गिरोह में 12 सदस्य हैं। गिरोह में कई बच्चे भी शामिल हैं। ये अजमेर, रेलवे स्टेशन, धार्मिक स्थलों से मोबाइल चोरी करते हैं। बाद में मोबाइल शाहरुख और परवेज को दे देते थे। ये मोबाइल की कीमत की चरस देते थे। जिसे बेचकर वे अपने शौक पूरे करते हैं।