उत्तर प्रदेश

वारिस पंजाब दे प्रमुख के पोस्टर लगाने में दो गिरफ्तार

Admin4
28 March 2023 11:59 AM GMT
वारिस पंजाब दे प्रमुख के पोस्टर लगाने में दो गिरफ्तार
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रामपुर। खालिस्तान समर्थक एवं अलगाववादी संगठन ‘वारिस पंजाब दे’के प्रमुख अमृतपाल सिंह के अलावा उसके समर्थक खुफिया तंत्र के रडार पर हैं। सोमवार को पुलिस ने दो लोगों को धारा 153-बी में जेल भेज दिया, जबकि 11 नाबालिगों की काउंसिलिंग कराकर छोड़ दिया गया है। गिरफ्तार दो युवकों में थाना खजुरिया क्षेत्र के ग्राम गोदी निवासी मुजाहिद पुत्र फैयाज मियां तथा रतनपुरा गांव निवासी बचित्तर सिंह पुत्र जसवंत सिंह शामिल है। बिलासपुर में अमृतपाल सिंह के समर्थन में 26 मार्च को रैली निकाले जाने के पोस्टर चस्पा होने के बाद देश भर में हड़कंप मच गया था। लखनऊ और मुरादाबाद की एटीएस समेत कई खुफिया एजेंसियों ने डेरा डाल दिया है।
बिलासपुर में 26 मार्च को खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के पक्ष में शाम 4 बजे पुरानी मंडी से रैली निकालने का आह्वान किया गया था। हालांकि, पुलिस की मुस्तैदी के चलते रैली तो नहीं निकली। लेकिन, खुफिया एजेंसियों और पुलिस ने पोस्टर लगाने वालों के साथ ही वारिस दे पंजाब के प्रमुख के समर्थकों पर शिकंजा कसने की तैयारी शुरू कर दी है। सोमवार को दो लोगों को जेल भेज दिया गया है, जबकि, 11 नाबालिगों को थाना बिलासपुर से काउंसिलिंग करके छोड़ दिया गया। खुफिया तंत्र के रडार पर वारिस दे पंजाब के प्रमुख अमृतपाल सिंह के समर्थक हैं। सूत्र बताते हैं कि पुलिस द्वारा बिलासपुर से गिरफ्तार किए गए लोगों से पूछताछ के लिए पंजाब पुलिस की टीम को भेजा गया है।
बिलासपुर संवाददाता के मुताबिक अलगाववादी अमृतपाल के समर्थन में पोस्टर चिपकाने के चर्चित मामले का पटाक्षेप करते हुए कोतवाली पुलिस ने सोमवार को दो युवकों को जेल भेज दिया। गिरफ्तार किए गए इन दो युवकों में थाना खजुरिया क्षेत्र के ग्राम गोदी निवासी मुजाहिद पुत्र फैयाज मियां तथा रतनपुरा गांव निवासी बचित्तर सिंह पुत्र जसवंत सिंह शामिल है। इन दोनों के विरुद्ध राष्ट्रीय अखंडता एवं संप्रभुता को क्षति पहुंचाने के प्रयास संबंधी आईपीसी की धारा 153 बी के तहत कार्रवाई की गई है। पुलिस ने दोनों के पास से अमृतपाल के समर्थन से संबंधित 10 फ्लेक्सी व 12 पोस्टरों की बरामदगी दिखाई है। रविवार को देर रात कोतवाली के उपनिरीक्षक श्रीकांत सत्यार्थी द्वारा दर्ज कराई गई रिपोर्ट के अनुसार मुजाहिद नगर के मोहल्ला पटेल नगर में प्रिंटिंग प्रेस चलाता है और विचित्र सिंह पटेल नगर में ही दशमेश कंप्यूटर का संचालक है। इन दोनों ने ही पोस्टर व फ्लेक्सी बनाई थी।
कोतवाल नवाब सिंह ने बताया कि पोस्टर व फ्लेक्सी को सार्वजनिक स्थानों पर लगाने के 11 नाबालिग बच्चों का इस्तेमाल किया गया था। जिनसे पूछताछ की गई और उनका कोई खालिस्तानी कनेक्शन नहीं मिला। उन्हें केवल भटकाया गया था। इस कारण उन्हें चेतावनी देकर छोड़ दिया गया। गुरुवार रात कुछ लोगों ने नगर के पंजाबी कालोनी स्थित नगर पालिका काम्प्लेक्स, शिवबाग मंडी और लक्ष्मी नगर सहित अन्य कई स्थानों पर अलगाववादी अमृतपाल के समर्थन में पोस्टर लगाए थे। सोशल मीडिया पर पोस्ट वायरल होने और दीवारों पर पोस्टर चिपकाने की घटना के बाद पुलिस व खुफिया विभाग में हड़कंप मच गया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस उपमहानिरीक्षक शलभ माथुर तक को यहां आना पड़ा था। हर स्तर पर खालिस्तानी कनेक्शन को खंगाला जाने लगा था।
गुरुवार को पोस्टर मामला संज्ञान में आने के बाद पुलिस और खुफिया विभाग तुरंत हरकत में आ गया था और कई केन्द्रीय खुफिया एजेंसियां भी तहसील क्षेत्र में सक्रिय हो गईं थीं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक घटना के खुलासे में सीसीटीवी फुटेज से काफी मदद मिली। फुटेज के आधार पर कुछ लोगों की पहचान होने के बाद उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। पूछताछ के बाद नगर क्षेत्र में कुछ संदिग्ध स्थानों पर छापेमारी कर संदिग्ध को हिरासत में लिया गया था। शनिवार को भी अपर पुलिस अधीक्षक डा. संसार सिंह की मौजूदगी में हिरासत में लिए गये संदिग्ध युवक से पूछताछ भी की थी। वहीं रविवार को पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार शुक्ला स्वयं कोतवाली पहुंचे और हिरासत में लिये गए संदिग्धों से पूछताछ की। लेकिन पुलिस को इनका कोई खालिस्तानी कनेक्शन नहीं मिला। पुलिस ने हिरासत में लिए गये 11 नाबालिग किशोरों की काउंसलिंग की व उनके परिजनों से लिखित हलफनामा लेकर सभी को रिहा कर दिया गया। यह भी जानकारी मिली है कि सभी हिरासत में लिए गये नाबालिग किशोर नैनीताल रोड स्थित एक निजी स्कूल के छात्र थे।
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