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उत्तर प्रदेश
परिसर की दीवारों पर दिखी त्रिशूल की नक्काशी ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे का वीडियो वायरल
Apurva Srivastav
30 May 2022 4:49 PM GMT
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परिसर की दीवारों पर दिखी त्रिशूल की नक्काशी ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे का वीडियो वायरल
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में वाराणसी (Varanasi) के ज्ञानवापी-श्रृंगार गौरी मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. मस्जिद (Gyanvapi Masjid) परिसर के सर्वे का एक वीडियो वायरल हो गया है, जिसमें अंदर वाली दीवारों पर हिंदूओं के प्रतीक त्रिशूल की नक्काशी दिख रही है. पांच हिंदू महिलाओं की ओर से दायर याचिका पर कोर्ट ने परिसर के अंदर वीडियोग्राफी और सर्वे कराने का आदेश दिया था. याचिका में दावा किया गया है कि 16वीं शताब्दी में काशी विश्वनाथ मंदिर के एक हिस्से को तोड़े जाने के बाद मस्जिद का निर्माण किया गया था
अंग्रेजी वेबसाइट इंडिया टुडे के मुताबिक, "सर्वे का जो वीडियो वायरल हुआ है, उसमें मस्जिद परिसर की दीवार दिख रही हैं और उन दीवारों पर त्रिशूल की नक्काशी है."इस महीने की शुरुआत में मस्जिद परिसर के सर्वे के दौरान हिंदू पक्ष के वकीलों ने दावा किया था कि मस्जिद परिसर के वजुखाना में एक 'शिवलिंग' पाया गया था. हालांकि मुस्लिम पक्ष ने इस दावे को खारिज कर दिया था और तर्क दिया कि संरचना वास्तव में एक निष्क्रिय फव्वारा था.
हमारे पास भी है वीडियो, लेकिन सार्वजनिक नहीं करेंगे- याचिकाकर्ता
वाराणसी की अदालत में ज्ञानवापी मस्जिद मामले में सुनवाई के बाद हिंदू महिला याचिकाकर्ता ने भी दावा किया है, "हमारे पास भी सर्वे का वीडियो है, लेकिन कोर्ट ने हमें इसे सार्वजनिक नहीं करने के लिए कहा है. इसलिए हम वीडियो का खुलासा नहीं करेंगे
अब चार जुलाई को होगी मामले की सुनवाई
बता दें कि जिला अदालत ने ज्ञानवापी मामले को चार जुलाई को सुनवाई के लिए निर्धारित किया है. अदालत काशी विश्वनाथ-ज्ञानवापी परिसर के अंदर श्रृंगार गौरी स्थल की दैनिक पूजा की अनुमति मांगने वाली याचिका पर आगे की सुनवाई करेगी. हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने बताया कि आज मुस्लिम पक्ष की जिरह पूरी नहीं हो पाई. वहीं, अदालत ने स्पष्ट कर दिया है कि परिसर की वीडियोग्राफी सर्वे की रिपोर्ट मामले के सभी पक्षों को उपलब्ध कराई जाएगी, लेकिन इसके लिए क्या शर्ते होंगीस वह अदालत ही बताएगी.
क्या है पूरा मामला?
गौरतलब है कि दिल्ली निवासी राखी सिंह और पांच अन्य महिलाओं ने ज्ञानवापी-श्रृंगार गौरी परिसर में शृंगार गौरी की नियमित पूजा अर्चना करने और विभिन्न विग्रहों की सुरक्षा से संबंधित एक याचिका दायर की थी. इस मामले में सिविल जज (सीनियर डिविजन) रवि कुमार दिवाकर की अदालत ने पिछले 26 अप्रैल को परिसर की वीडियोग्राफी सर्वे कराने के आदेश दिए थे. इस सर्वे की रिपोर्ट पिछली 19 मई को अदालत में पेश की गई थी. सर्वे के दौरान हिंदू पक्ष ने ज्ञानवापी मस्जिद के वजू खाने में शिवलिंग मिलने का दावा किया था, जिसे मुस्लिम पक्ष ने खारिज करते हुए कहा था कि वह शिवलिंग नहीं बल्कि फव्वारा है.
Apurva Srivastav
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