उत्तर प्रदेश

ट्रिपलआईटी ने हेट स्पीच पकड़ने के लिए बनाया सॉफ्टवेयर

Admindelhi1
22 March 2024 6:40 AM GMT
ट्रिपलआईटी ने हेट स्पीच पकड़ने के लिए बनाया सॉफ्टवेयर
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फेक न्यूज और हेट स्पीच की पहचान करने में कारगर साबित होगा

इलाहाबाद: भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (ट्रिपलआईटी) के विशेषज्ञों ने मशीन लर्निंग तकनीक का प्रयोग कर एक सॉफ्टवेयर तैयार किया है, दावा किया जा रहा है कि यह सॉफ्टवेयर फेसबुक, एक्स जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रसारित किए जाने वाले फेक न्यूज और हेट स्पीच की पहचान करने में कारगर साबित होगा. इसे यूजिंग फ्यूजन ऑफ फीचर नाम दिया गया है.

आईटी ब्रांच के प्रो. वृजेंद्र सिंह के निर्देशन में इस सॉफ्टवेयर को शोध छात्र अशोक यादव ने तैयार किया है. प्रो. सिंह ने बताया कि प्रयोग के तौर पर एक्स से 24783 डाटा लेकर इस सॉफ्टवेयर में रन किया गया तो सॉफ्टवेयर ने 5.77 प्रतिशत डाटा को हेट स्पीच तथा .80 प्रतिशत को नॉन हेट स्पीच बताया. शेष डाटा को ऑफेंसिव बताया गया. उन्होंने बताया कि यह सॉफ्टवेयर इस बात की आसानी से पहचान कर लेता है कि किसी मैसेज में प्रयोग किया गया कौन सा शब्द या वाक्य हेट स्पीच के दायरे में आता है.

इस तरह काम करता है सॉफ्टवेयर प्रो. सिंह ने बताया कि यह सॉफ्टवेयर किसी मैसेज में प्रयोग किए जाने वाले शब्द को वेंडर लाइब्रेरी और वाक्य को वर्ड टू वेक्टर में रन करने के बाद बताया है कि वह शब्द या वाक्य हेट स्पीच के दायरे में आता है नान हेट स्पीच है या फिर ऑफेंसिव है.

सरकार को भेजने की तैयारी: प्रो. सिंह ने बताया कि सफल परीक्षण के बाद इस सॉफ्टवेयर को सरकार को भेजने की तैयारी की जा रही है. बताया कि यह सॉफ्टवेयर सोशल मीडिया के साथ ही चुनाव के वक्त दिए जाने वाले भाषण में हेट स्पीच को पकड़ने में भी मददगार साबित होगा. भाषण में किसी धर्म, जाति या लिंग विशेष को लेकर कोई घृषास्पद शब्द या वाक्य का प्रयोग होगा तो इसकी मदद से उसे पकड़ा जा सकेगा.

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