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उत्तर प्रदेश
मौत के बाद आया तबादला आदेश, सवालों के घेरे में स्वास्थ्य विभाग
Admin4
3 July 2022 10:57 AM GMT
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चित्रकूट के जिला अस्पताल में तैनात सर्जन डॉ. दीपेंद्र सिंह अब इस दुनिया में नहीं रहे लेकिन उनका तबादला शासन ने प्रयागराज के लिए कर दिया है. डॉक्टर दीपेंद्र बीते 5 सालों से लीवर की बीमारी से ग्रसित थे और इलाज के लिए शासन से प्रयागराज में तबादले के लिए गुहार लगा रहे थे. मौत के बाद जब उनकी तेरहवीं भी बीत गई तो उनके घर तबादले का आदेश पहुंचा. जहां डॉ. दीपेंद्र सिंह को चित्रकूट से प्रयागराज के मोतीलाल नेहरू मंडलीय चिकित्सालय कर दिया. इससे परिवार के लोगों में आक्रोश भी है.
मौत के बाद मनचाही जगह के लिए आया यह तबादला आदेश उनकी पत्नी और दो मासूम बच्चों के दिल पर किसी वज्रपात सरीखा है. इस आदेश की प्रति मिलने के बाद परिवार वालों की आंखों के आंसू नहीं थम रहे.डॉ. बता दें कि दीपेंद्र की तैनाती 11 वर्ष पहले चित्रकूट के संयुक्त जिला चिकित्सालय में वरिष्ठ परामर्शदाता के पद पर हुई थी.
लीवर संक्रमण से बीते 17 जून को हुई थी मौत
डॉ. दीपेंद्र सिंह की मौत लीवर संक्रमण से बीते 17 जून को हो चुकी है. डॉ. दीपेंद्र चाहते थे कि उनका तबादला प्रयागराज हो जाए, ताकि वह अपने परिवार वालों की निगरानी में ड्यूटी के साथ-साथ अपना उपचार करा सकें. इसके लिए वह अफसरों की परिक्रमा कर रहे थे, लेकिन चिट्ठियों की फाइलें मोटी होती गईं. पत्थरदिल व्यवस्था के आगे उनको जूझने और इंतजार करने के अलावा कुछ भी हासिल नहीं हो सका.
डॉक्टर की मौत की खबर शासन के संज्ञान में नहीं- CMS
दरअसल, डॉ. दीपेंद्र सिंह की पत्नी डॉ. आभा सिंह की तैनाती प्रयागराज में है. दीपेंद्र मूलत: कानपुर जनपद के घाटमपुर के रहने वाले थे लेकिन उनकी तैनाती चित्रकूट में थी. लीवर की बीमारी से परेशान थे इसलिए वह चाहते थे कि उनका ट्रांसफर प्रयागराज हो जाए तो वह पत्नी और परिवार के साथ रहकर बेहतर इलाज करा लेते. इस मामले में जिला अस्पताल के CMS सुधीर शर्मा का कहना है कि शासन से जो डॉक्टर दीपेंद्र सिंह का स्थानंतरण हुआ है. डॉक्टर की मौत की खबर शासन के संज्ञान में नहीं थी. यहां तक कि उनके परिवार वालों ने विभाग को भी इसकी जानकारी नहीं दी है. वह 5 महीनों से अनुपस्थित चल रहे थे.
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