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तीन अल्टीमेटम पर नहीं बना ट्रैक, मनमानी पर उतारू हैं जिले की निर्माण एजेंसियां
इलाहाबाद न्यूज़: जिले में सरकारी कार्य करने वाली निर्माण एजेंसियां मनमानी पर उतारू हैं. इन्हें न तो शासन का भय है और न ही प्रशासन का. तभी तो तरणताल का काम चार साल से लंबित है तो मदन मोहन मालवीय स्टेडियम में सिंथेटिक ट्रैक का काम दो साल से लंबित है.
सिंथेटिक ट्रैक का काम प्रयागराज स्मार्ट सिटी लिमिटेड की ओर से एक निजी निर्माण एजेंसी को दिया गया है. यह काम पिछले साल जून में ही पूरा होना था लेकिन अभी तक पूरा नहीं हो सका. वह भी तब जबकि कार्य पूरा होने की अवधि चार बार बढ़ाई गई, तीन बार एजेंसी को अल्टीमेटम देने के साथ ही पेनाल्टी भी लगाई जा चुकी है. स्टेडियम में प्रैक्टिस करने वाले खिलाड़ी परेशान हैं. क्रीड़ाधिकारी संबंधित अफसरों को पत्र पर पत्र लिखे जा रही हैं पर किसी को चाहे कोई भी परेशानी हो एजेंसी पर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है.
मायूस खिलाड़ी कहते हैं कि अंतरराष्ट्रीय स्तर के सिंथेटिक ट्रैक से तो पहले की स्थिति बेहतर थी, कम से कम प्रैक्टिस तो चल रही थी. इस कार्य की वजह से स्टेडियम का एक सीमित दायरा ही प्रयोग में लिया जा रहा है. ट्रैक का काम अधूरा रहने से स्टेडियम में कई प्रतियोगिताएं अन्य शहरों में ट्रांसफर कर दी गईं.
अब 15 अगस्त तक दिया गया समय
प्रयागराज स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने सिंथेटिक ट्रैक का निर्माण पूरा करने की मियाद एक बार और बढ़ाकर 15 अगस्त कर दी है. इससे पहले कार्यदायी एजेंसी को 30 जून तक काम पूरा करने का अल्टीमेटम दिया गया था. मदन मोहन मालवीय स्टेडियम के प्रशिक्षक और खिलाड़ियों का कहना है कि एजेंसी 15 अगस्त तक काम पूरा नहीं कर पाएगी. क्योंकि अभी तक ट्रैक का 20 फीसदी काम नहीं हुआ.
कार्यदायी एजेंसी पर सिंथेटिक ट्रैक का काम पूरा करने के लिए लगातार दबाव बनाया जा रहा है. खिलाड़ियों को अभ्यास में हो रही परेशानियों को वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में लाया गया है. अब काम में तेजी दिखाई पड़ेगी.
-संजीव सिन्हा, मिशन मैनेजर, प्रयागराज स्मार्ट सिटी लिमिटेड
प्रयागराज स्मार्ट सिटी लिमिटेड और कार्यदायी एजेंसी से सिंथेटिक ट्रैक का काम पूरा करने के लिए लगातार बात हो रही है. सभी सिर्फ आश्वासन दे रहे हैं. अब स्टेडियम में मिट्टी डालेंगे. एजेंसी संचालक का कहना है कि मिट्टी डालने के बाद ट्रैक बिछाया जाएगा.
-विमला सिंह, क्रीड़ा अधिकारी, प्रयागराज