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जिला चिकित्सालय में हार्टअटैक मरीजों की थ्रंबोलाइसिस शुरू
फैजाबाद: जिला चिकित्सालय में अब हार्ट अटैक होने पर मरीज का थ्रंबोलाइसिस किया जा सकेगा. इससे हार्ट अटैक में मृत्यु दर कम होगीं. थ्रंबोलाइसिस में लगने वाला इंजेक्शन जिला चिकिसालय में उपलब्ध है. हार्ट अटैक आने पर नसों में जमने वाले रक्त के थक्के को गलाने का काम थ्रंबोलाइसिस करता है. हृदय रोगियों के लिए अस्पताल में घंटे ईसीजी की सुविधा देने की शुरुआत हो गई है.
जिला चिकित्सालय में तैनात हृदय रोग विशेषज्ञ डा. अरुण प्रकाश ने बताया कि अगर कोई मरीज सीने में तेज दर्द होने की वजह से इलाज के लिए आता है. तो सबसे पहले उसका ईसीजी करेंगे. ईसीजी में अगर हार्ट अटैक की जानकारी मिलती है. तो नसों में रक्त का थक्का जमने से मरीज की मौत तक होने की सम्भावना रहती है. रक्त का थक्का जमने के निवारण के लिए मरीज का थ्रंबोलाइसिस किया जाता है. इससे 12 घंटे के लिए हृदय अपनी नॉर्मल कंडीशन में आ जाता है. मरीज को इलाज के हायर कार्डियक सेंटर के लिए रिफर किया जा सकेगा. जहां उसका इलाज हो सकेगा. जिला चिकित्सालय में यह सुविधा होने से अब हार्ट अटैक के बाद मरीज की जान बच सकेगी.
थ्रंबोलाइसिस का इंजेक्शन बाजार में है काफी महंगा: थ्रंबोलाइसिस में इस्तेमाल होने वाले इंजेक्शन की कीमत काफी ज्यादा है. जिला चिकित्सालय में अब यह इंजेक्शन मरीजों के लिए उपलब्ध रहेगा. प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा एनपी गुप्ता ने बताया कि दवा की कमी से किसी भी मरीज का इलाज रुकने नहीं पायेगा. जिला चिकित्सालय में अनुपलब्ध दवाओं की व्यवस्था विभिन्न मदों से की जाएगी.