उत्तर प्रदेश

गले में इंफेक्शन व कफ खांसी के मरीजों की बाढ़,अस्पतालों में तेजी से बढ़ी मरीजों की तादाद

Admin Delhi 1
4 March 2023 2:30 PM GMT
गले में इंफेक्शन व कफ खांसी के मरीजों की बाढ़,अस्पतालों में तेजी से बढ़ी मरीजों की तादाद
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अलीगढ़ न्यूज़: सर्दियां धीरे धीरे खत्म होने के साथ गर्मियों की शुरुआत होने लगी है. इस बीच वायरल और बैक्टीरिया के डबल अटैक ने मरीजों की परेशानी बढ़ा दी है. शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में हर दूसरे घर में वायरल और खांसी का मरीज है. अस्पतालों की ओपीडी में लंबी कतारें हर दिन लग रही है.

वार्ड्स से लेकर ओपीडी फुल है. एक से तीन दिनों में ठीक होने वाली इस बीमारी को चिकित्सक भी सही ढंग से नहीं समझ पा रहे हैं. अधिकांश मरीजों पर दवाएं भी बेअसर साबित हो रही है. इंफेक्शंस के मुख्य लक्षणों में सर्दी-जुकाम, खांसी, बुखार, गले में खराश है. जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज, दीनदयाल उपाध्याय संयुक्त चिकित्सालय, मलखान सिंह जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र समेत विभिन्न निजी अस्पतालों में ऐसे मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है. अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर राकेश भार्गव कहते है कि इस वक्त मौसम न ज्यादा ठंडा है और न ज्यादा गर्म है. इस मौसम में वायरस और बैक्टीरिया को पनपने का मौका मिल जाता है. 25-30 डिग्री सेल्सियस के तापमान में वायरल और बैक्टीरियल इंफेक्शंस तेजी से फैलने लगते हैं. इस मौसम में सर्दी-जुकाम, बुखार, खांसी, गले में इंफेक्शन, टाइफाइड, मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया का खतरा बढ़ जाता है. इसके अलावा एलर्जी, ब्रोंकाइटिस और अस्थमा के मरीजों को परेशानी होती है. इस वक्त मच्छरों का प्रकोप बढ़ने लगा है. जिससे तेजी से बीमारियां फैल रही हैं. बाल रोग विशेष डॉ. विभव वार्ष्णेय बताते है कि आने वाले कुछ सप्ताह में इन बीमारियों के मामले तेजी से बढ़ सकते हैं. इससे बचने के लिए लोगों को अलर्ट रहने की जरूरत है.

इंफेक्शन से बचने को बरतें ये सावधानी: मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल प्रोफेसर राकेश भार्गव ने बताया कि वायरल इंफेक्शंस से बचने के लिए लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए. जो लोग सर्दी-जुकाम, खांसी या बुखार से संक्रमित हैं, उनसे दूरी बनाएं. मच्छरों से बचने की पूरी कोशिश करें. टाइफाइड गंदे पानी और खाने की वजह से होता है. ऐसे में हाइजीन का विशेष ध्यान रखें. इस वक्त कोविड का खतरा भी है, इसलिए घर से निकलते वक्त मास्क लगाएं. सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें. अगर आपको बुखार आए, तो पैरासिटामोल ले सकते हैं. अगर 3-4 दिन में तबियत ठीक न हों तो डॉक्टर से मिलकर ब्लड टेस्ट कराएं. खुद से घर पर इलाज न करें, डॉक्टर से दवाएं लें. हेल्दी डाइट लें और रोज एक्सरसाइज करें. इम्यूनिटी को मजबूत रखें.

यह हैं मुख्य लक्षण: बुखार के साथ लगातार खांसी की समस्या, सांस उखड़ना, गले में दर्द, खांसी में बलगम, आंखों में पानी बहना, सिर व जोड़ों में दर्द


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