उत्तर प्रदेश

पटाखा फैक्ट्री हादसे में धमाके में गंभीर रूप से झुलसे तीन की इलाज के दौरान मौत

Tara Tandi
1 March 2024 8:29 AM GMT
पटाखा फैक्ट्री हादसे में धमाके में गंभीर रूप से झुलसे तीन की इलाज के दौरान मौत
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प्रयागराज : कौशाम्बी पटाखा फैक्टरी धमाके में गंभीर रूप से झुलसे तीन लोगों की बृहस्पतिवार को इलाज के दौरान मौत हो गई। फैक्टरी मालिक के छोटे भाई कौसर अली की हालत गंभीर बनी हुई है। परिजनों ने उसे दिल्ली के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया है। हादसे में अब तक कुल 11 लोगों की मौत हो चुकी है।
कोखराज थाना क्षेत्र में स्थित भरवारी के खल्लाबाद कस्बे के पटाखा फैक्टरी में धमाके में गंभीर रूप से घायल मुकेश (17), राजेंद्र कुमार (15) और राकेश (45) को हादसे के बाद एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बृहस्पतिवार को तीनों की सांसें थम गईं। हादसे के बाद कौशाम्बी से सात लाेगों को एसआरएन में रेफर किया गया था इनमें से सिर्फ कौसर अली का इलाज चल रहा है। बाकी लोगों की इलाज के दौरान मौत हो चुकी है।
घर का इकलौता चिराग भी बुझ गया
बहरिया निवासी राजेंद्र कुमार अपने माता-पिता की इकलौता लड़का था। आठवीं तक की पढ़ाई करने के बाद घर की परिस्थिति को देखकर अपने पिता के साथ पटाखा फैक्टरी में काम करने के लिए जाने लगा था। पिता ने बताया कि उसे वहां पर काम करने से मना कर रहे थे। लेकिन उसने कहा कि रविवार को वहां जाकर अपना पुराना हिसाब कराकर फिर काम करने नहीं जाऊंगा।
पिता के बाद बेटे ने भी तोड़ा दम
चमंधा निवासी हरि लाल की मौत बाद बेटे मुकेश की भी सांसें रुक गईं। बुधवार को मुकेश ने बातचीत में हादसे की सच्चाई को अपनी जुबानी बयां किया था। उसने बताया कि वेल्डिंग मशीन की चिंगारी से फैक्टरी में आग लगी थी। वह करीब दो साल से अपने पिता के साथ उस पटाखा फैक्टरी में काम करने के लिए जा रहा था। वह चार भाइयों में दूसरे नंबर का था। रविवार को धमाके के बाद वह अपने पिता को बचाने में गंभीर रूप से झुलस गया था। बड़े भाई राकेश ने बताया कि उसकी छोटी बहन की मंगनी हो चुकी थी। उसी के शादी के लिए पैसे इकट्ठा करने के लिए पिता के साथ मुकेश भी काम करने के लिए पटाखा फैक्टरी में जा रहा था।
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