उत्तर प्रदेश

उम्रकैद की सजा काट रहे तीन कैदियों को गणतंत्र दिवस पर मिल सकती

Admin4
19 Jan 2023 4:57 PM GMT
उम्रकैद की सजा काट रहे तीन कैदियों को गणतंत्र दिवस पर मिल सकती
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रामपुर। जिला कारागार में आजीवन कारावास की सजा काट रहे तीन कैदियों को गणतंत्र दिवस पर हमेशा के लिए जेल से 'आजादी'मिल सकती है। तीनों ही कैदी 16 वर्ष से अधिक की सजा काट चुके हैं। कारागार में रहते हुए अच्छे चाल-चलन को देखते हुए इन तीनों कैदियों के नाम जिला कारागार प्रशासन की ओर से रिहाई के लिए शासन को भेजे गए हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि तीनों की रिहाई हो सकती है। जिसमें दो बरेली और एक सीतापुर का रहने वाला है। तीनों हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं।
गणतंत्र दिवस के मौके पर हर साल शासन की ओर से पूरे प्रदेश भर के कैदियों के रिहा करने के लिए सूचना मांगी जाती है, ताकि कारागार में कैदियों के आचरण को देखते हुए उनको रिहा किया जा सके। हर साल की तरह इस साल भी सभी जिलों से सूची मांगी गई थी। जिसमे यहां के जिला कारागार से भी तीन कैदियों का नाम सूची में शामिल करके भेजा गया था। तीन कैदी जोकि हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं, इन्हें रिहाई के लिए उपयुक्त पाया गया। यह तीनों दूसरे जिलों के रहने वाले हैं, हांलाकि के शासन के निर्देश पर इन तीनों को रामपुर जिला कारागार में शिफ्ट कर दिया गया था। कुछ दिन पहले ही जेल अधीक्षक ने सीतापुर के रहने वाले प्रेम सिंह, बरेली के रहने वाले मुकुंदी और यहीं के गजेंद्र सिंह के नाम शासन को भेजे हैं, ताकि गणतंत्र दिवस के मौके पर इन तीनों कैदियों की रिहाई हो जाए। पिछले काफी दिनों से जेल प्रशासन ऐसे कैदियों की सूची तलाशने में जुट गया था। बाद में अच्छे व्यवहार और चाल चलन को देखते हुए जेल अधिकारियों ने इन तीनों के ही नाम प्रस्तावित करके भेजे थे।
दरअसल, जिन कैदियों का आचरण और व्यवहार जेल में अच्छा होता है। उनकी रिपोर्ट जेल प्रशासन शासन को भेजता है। उसी आधार पर आजीवन कारावास की सजा पाए कैदियों को जेलों से रिहा किया जाता है। इसी व्यवस्था के तहत जिला कारागार में आजीवन कारावास की सजा काट रहे तीन कैदियों के रिहाई की कवायद प्रशासन व जेल प्रशासन की ओर से की गई है। पिछले साल भी दो कैदियों के नाम शासन को भेजे गए थे। जिला कारागार में बंद एक सीतापुर और दो बरेली के रहने वाले कैदी आजीवन कारावास की सजा काटे रहे हैं। उनको भले ही जेल से रिहा होने के उम्मीद कम दिखाई दे रही थी, लेकिन जनवरी माह उनके लिए खुशखबरी से कम भरा होगा। क्योंकि शासन द्वारा मांगी सूची में जिला कारागार प्रशासन ने इन तीनों कैदियों के नाम रिहाई की लिस्ट में शामिल करके शासन को भेजे हैं। यदि सब कुछ ठीक-ठाक रहा, और गणतंत्र दिवस के मौके पर इनके रिहाई के शासन की ओर से आदेश जारी किए गए, तो यह करीब 16 साल के बाद खुले में सांस ले सकेंगे। बाकी का बचा समय अपने परिवार के साथ बिता पाएंगे। हर साल की तरह इस साल भी शासन से निर्देश मिलने के बाद हत्या में आजीवन कारावास की सजा काटे रहे तीन कैदियों के नाम रिहाई के लिए भेजे गए हैं। अब गणतंत्र दिवस पर शासन की ओर से क्या आदेश प्राप्त होते हैं। उसी के अनुसार निर्णय लिया जाएगा।
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