उत्तर प्रदेश

फर्जी बैनामा कराकर जमीन घोटाला करने के तीन और शातिर आरोपी लखनऊ से गिरफ्तार

Admin4
17 Dec 2022 6:29 PM GMT
फर्जी बैनामा कराकर जमीन घोटाला करने के तीन और शातिर आरोपी लखनऊ से गिरफ्तार
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गोंडा। कूटरचित दस्तावेजों के सहारे दूसरे की जमीनों का फर्जी बैनामा कराकर करोड़ों रुपए का घोटाला करने वाले गैंग के तीन और शातिर आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गए हैं। शनिवार को एसओजी की टीम ने लखनऊ से तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया और देर शाम आरोपियों को लेकर गोंडा पहुंची। नगर कोतवाली क्षेत्र के पथवलिया गांव की रहने वाली पीड़िता सुंदरपती की जमीन को कूट रचित दस्तावेज तैयार कर जालसाजों ने दूसरे को बैनामा कर दिया था। इसकी जानकारी होने पर सुंदर पति ने नगर कोतवाली में जालसाजी के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा पंजीकृत कराया था।‌
मामले की जांच शुरू हुई तो इसमें एक बड़े रैकेट का नाम सामने आया। इसके बाद पुलिस की तरफ से अब तक इस घोटाले में एक-एक कर कुल 43 मुकदमे तक दर्ज किए जा चुके हैं। करोड़ों रुपए के इस जमीन घोटाले में शासन स्तर से अब तक निबंधन कार्यालय के छह अफसर व कर्मचारी निलंबित किए जा चुके हैं। इन सभी मामलों की जांच डीआईजी के आदेश पर एसआईटी को सौंपी जा चुकी है। जमीन से संबंधित शिकायतों की जांच के लिए डीआईजी ने एंटी फ्रॉड सेल के भी गठन का निर्देश पुलिस अधीक्षक को दिया है।
पुलिस इस मामले में घोटाले के मास्टरमाइंड रहे बृजेश अवस्थी को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। दूसरे आरोपी को भी चार दिन पहले गिरफ्तार किया गया था। हालांकि जेल के भीतर तबीयत बिगड़ने के बाद इलाज के दौरान दूसरे आरोपी शालिग्राम सिंह की मौत हो गई थी। पुलिस इस घोटाले में शामिल अन्य नामजद आरोपियों की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही थी, लेकिन आरोपी पुलिस के हाथ नहीं आ रहे थे। फरार आरोपियों के लखनऊ में होने की सूचना मिल रही थी। इस सूचना पर पुलिस टीम घेराबंदी कर आरोपियों की तलाश में जुटी थी।
शनिवार को लखनऊ में ही तीन आरोपी एसओजी टीम के हत्थे चढ़ गए।‌ गिरफ्तारी के बाद एसओजी टीम तीनों को लेकर शनिवार देर शाम गोंडा पहुंची। आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल भी नगर कोतवाली पहुंचे गिरफ्तारी के संबंध में जानकारी ली एसओजी प्रभारी संतोष सिंह के मुताबिक घोटाले के आरोपी अनिल सिंह, राकेश त्रिपाठी व महेंद्र प्रताप को गिरफ्तार किया गया है।
जमीन घोटाले की जांच को लेकर डीआईजी की सक्रियता देखकर आरोपियों ने उन्हें दुष्कर्म जैसे घिनौने मामले में फंसाने की साजिश रची थी। हाल ही में इसका एक ऑडियो डीआईजी के पास पहुंचा था। ऑडियो में साफ तौर पर साजिश रचने का जिक्र किया जा रहा था। डीआईजी के निर्देश पर इस ऑडियो की जांच की जा रही है।
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