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मुजफ्फरपुर न्यूज़: भोजपुर के उदवंतनगर थाना क्षेत्र के बेलाउर गांव निवासी पंचायत समिति सदस्य दीपक कुमार गुप्ता की हत्या का पुलिस ने 24 घंटे में खुलासा कर दिया है. उनकी हत्या चुनावी रंजिश में बूटन चौधरी और उनके भाई सहित अन्य आरोपितों की ओर से की गयी है. पार्टी करने के नाम पर बुलाने के बाद उन पर पांच गोलियां बरसा दी गयी थीं.
पुलिस ने इस मामले में मुखिया के पति सहित तीन आरोपितों को गिरफ्तार भी कर लिया है. इनमें बेलाउर गांव निवासी उपेंद्र चौधरी, रूपन ठाकुर और रंजय साह शामिल हैं. घटनास्थल से छह खोखे, तीन पिलेट, शराब की कुछ बोतलें और ग्लास बरामद किये गये हैं. उपेंद्र चौधरी बेलाउर पंचायत की मुखिया उर्मिला देवी के पति और बूटन चौधरी के बड़े भाई हैं. तीनों ने घटना में शामिल होने की बात स्वीकार कर ली है. एसपी प्रमोद कुमार की ओर से प्रेस कांफ्रेंस में यह जानकारी दी गयी. उन्होंने बताया कि की देर शाम बेलाउर गांव में समिति सदस्य दीपक कुमार गुप्ता की गोली मार हत्या कर दी गयी थी. हत्या का खुलासा करने और अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर एएसपी चंद्रप्रकाश के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गयी थी.
टीम की जांच में शराब पार्टी के बहाने चुनावी रंजिश में पंसस की हत्या किये जाने की बात सामने आयी. इसके बाद टीम ने घटना में शामिल लोगों की पहचान करते हुए उपेंद्र चौधरी, रुपन ठाकुर और रंजय साह को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में तीनों ने पूरी घटना बता दी. उन्होंने बताया कि घटना में शामिल बूटन चौधरी और ऋषि सहित अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी की जा रही है. जल्द ही सभी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा. टीम में ट्रेनी डीएसपी सह उदवंतनगर थानाध्यक्ष काजल जायसवाल, अपर थानाध्यक्ष सह दारोगा अवधेश कुमार और डीआईयू के अफसर व जवान शामिल थे.
बेलाउर पंचायत चुनाव में बूटन चौधरी का रहा है दबदबाएके 47 जैसे हथियार के शौकीन रहे बेलाउर गांव निवासी बूटन चौधरी का पंचायत चुनाव में काफी दबदबा रहा है. खासकर मुखिया चुनाव में उसका सिक्का खूब चलता रहा है. पिछले तीन बार से बूटन चौधरी का प्रत्याशी मुखिया का चुनाव जीतता रहा है. उसकी दबंगई का आलम यह रहा है कि उसके ड्राइवर की पत्नी भी मुखिया का चुनाव जीत गयी थी. बताया जा रहा है कि 2011 के पंचायत चुनाव में चंपा देवी मुखिया के रूप में निर्वाचित हुई थी.
कहा जाता है कि चंपा देवी बूटन चौधरी के ड्राइवर की पत्नी थी. हालांकि 2013 में चंपा देवी की हत्या कर दी गयी थी. इसके बाद 2016 में बूटन चौधरी की बहू, जबकि 2021 में भाभी मुखिया बनी. 2016 के चुनाव में उसकी बहू का मुकाबला उसके घोर प्रतिद्वंद्वी बेलाउर गांव निवासी रंजीत चौधरी की घर की एक महिला सदस्य से था. तब चुनाव के कुछ समय पहले बूटन चौधरी को एके 47 के साथ गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था. इसके बाद भी बूटन चौधरी की बहू चुनाव जीत गयी थी.
उसी तरह 2021 के पंचायत चुनाव में भी बूटन चौधरी का ही सिक्का चला था. उस बार उसकी भाभी उर्मिला देवी ने संदेश विधायक की रिश्तेदार को पटखनी दे दी थी.