उत्तर प्रदेश

ई-रिक्शा के बैटरी लूटने के लिए तीन दोस्तों ने की थी चालक की हत्या

Admin4
21 Sep 2022 5:05 PM GMT
ई-रिक्शा के बैटरी लूटने के लिए तीन दोस्तों ने की थी चालक की हत्या
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मैनाठेर थाना क्षेत्र में एक माह पहले हुई ई-रिक्शा चालक अहसान की हत्या का पुलिस ने खुलासा किया है। आरोपियों ने हत्या लूट का विरोध करने पर की थी। आरोपियों के पास से अहसान के -रिक्शा से लूटी गई बैटरी और अन्य सामान भी बरामद किया है।
मंगलवार को एसपी सिटी कार्यालय में अहसान हत्याकांड का पर्दाफाश करते हुए एसएसपी हेमंत कुटियाल ने मैनाठेर क्षेत्र में हुए ब्लाइंड मर्डर केस का खुलासा किया। एसएसपी ने बताया कि 23 अगस्त को मैनाठेर थाना क्षेत्र के गांव मधुपुरी में महीलाल के धान के खेत में खून से लथपथ शव मिला था। मौका-ए-वारदात से कुछ दूरी पर ट्यूबवेल के पास से एक ई-रिक्शा बरामद हुआ था, लेकिन ई-रिक्शा से बैटरी गायब थी। चौकीदार मुनेश कुमार की सूचना पर पुलिस ने अज्ञात में ही शव का पोस्टमार्टम कराया तो सिर में भारी वस्तु से प्रहार के कारण मौत की पुष्टि हुई है।
बाद में मरने वाले की पहचान कटघर थाना क्षेत्र के करूला गली नंबर 10 निवासी ई-रिक्शा चालक अहसान के रूप में हुई थी। पुलिस ने जांच पड़ताल के दौरान कई सीसीटीवी फुटेज खंगाली। एसएसपी ने बताया कि सोमवार रात मैनाठेर पुलिस और सर्विलांस टीम ने इस मामले में कटघर के मोहल्ला जाहिदनगर में रहने वाले शाकिर हुसैन, पंडित नगला निवासी नावेद पठान और लालनगरी निवासी अब्दुल करीम को गिरफ्तार किया। पूछताछ में तीनों आरोपियों ने लूट के लिए हत्या करने की बात स्वीकार की। आरोपियों की निशानदेही पर नावेद के घर से अहसान के ई-रिक्शा से लूटी गई चार बैटरी, उसकी दो बैंक पासबुक, पैन कार्ड और हत्या में प्रयुक्त ई-रिक्शा भी बरामद कर लिया गया। पुलिस ने तीनों आरोपियों कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। ई-रिक्शा चालक अहसान के हत्यारोपियों तक पहुंचने के लिए एसएचओ मैनाठेर तेजवीर सिंह और एसआई उम्मेद सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका रही। एसएसपी हेमंत कुटियाल ने पूरी टीम की प्रशंसा करते हुए उनके कार्य की सराहना की है।
नशा और कर्जा उतारने के लिए की थी घटना
एसपी देहात संदीप कुमार मीणा ने बताया कि आरोपियों ने पूछताछ के दौरान बताया कि उन्होंने नशे और कर्ज चुकाने के लिए लूट और हत्या की वारदात को अंजाम दिया। आरोपी शाकिर ई-रिक्शा चालक अहसान को पहले से जानता था। घटना वाले दिन तीनों आरोपी पंडित नंगला में बैठ कर किसी ई-रिक्शा चालक को बहाने से लेजाकर बैटरी लूटने की योजना बना रहे थे। उसी दौरान शाकिर हुसैन ने कहा कि वह एक ई-रिक्शा चालक को जानता है, जो दिव्यांग भी है। इसके बाद उसने अहसान को 23 अगस्त की शाम सुल्तान हास्पिटल के पास चाय की दुकान पर बुलाया। वहां से सामान लाने की बात कहकर उसे अपने साथ लेकर संभल रोड गागन तिराहा होकर गांव मधुपुरी के जंगल में ट्यूबवेल के पास पहुंच गए।
इस दौरान आरोपी अब्दुल कादिर अपने ई-रिक्शा से था। जबकि शाकिर और नावेद हत्याकांड के शिकार अहसान के ई-रिक्शा में सवार थे। मधुपुरी में ट्यूबवेल के पास स्थित पीपल पेड़ के नजदीक पहुंच कर आरोपी शाकिर ने अहसान को बताया कि ट्यूबेल के पीछे ही सामान रखा है, वहीं से उठाना है। इसके बाद अहसान को लेकर आरोपी ट्यूबवेल के पीछे गए ओर मौका देखकर शाकिर ने उसके सिर पर पीछे से ईंट से वार कर दिया। जबकि आरोपी कादिर ने उसे पकड़ लिया। चोट लगने से अहसान चीखा तो आरोपी नावेद ने मुंह दबा दिया। इसके बाद पत्थर से उसके ऊपर तीनों ने कई वार किए। अहसान की हत्या करने के बाद तीनों उसके ई-रिक्शा में लगी चार बैटरी व अन्य सामान ले गए।

न्यूज़क्रेडिट: amritvichar

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