उत्तर प्रदेश

हिन्दी भाषा के शिक्षकों को तीन दिवसीय उपचारात्मक प्रशिक्षण

Admin Delhi 1
24 Feb 2023 12:51 PM GMT
हिन्दी भाषा के शिक्षकों को तीन दिवसीय उपचारात्मक प्रशिक्षण
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बस्ती: शुक्रवार को जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में उच्च प्राथमिक विद्यालयों के हिन्दी शिक्षकों के रिमिडियल शिक्षण हेतु तीन दिवसीय प्रशिक्षण के प्रथम बैच का शुभारम्भ हुआ। राज्य हिन्दी संस्थान उत्तर प्रदेश वाराणसी व डायट बस्ती के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित प्रशिक्षण में प्रथम बैच में जनपद के तीन विकासखण्डों से कुल 122 शिक्षकों ने प्रतिभाग किया।

इस अवसर पर डायट प्राचार्य जितेन्द्र कुमार गोंड ने प्रशिक्षण सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि जीवन में भाषा का महत्वपूर्ण स्थान होता है। जिस प्रकार डॉक्टर मरीज की समस्या पहचान कर उपचार करता है उसी प्रकार भाषा कौशल को सीखने में आने वाली समस्याओं का उपचार इस रिमीडियल प्रशिक्षण के माध्यम से किया जाएगा। चूंकि हमारे केंद्र बिंदु विद्यालयों में पढ़ रहे छोटे बच्चे होते है, इसलिए विभिन्न रुचिकर काव्यात्मक भाषायी गतिविधियों के माध्यम से भाषा शिक्षण प्रदान करना चाहिए।

प्रशिक्षण प्रभारी व प्रवक्ता वन्दना चौधरी ने कहा कि विभिन्न परिस्थिति जन्य कक्षा 6, 7 व 8 के बच्चों में लर्निंग गैप दूर करने के लिए राज्य हिन्दी संस्थान, उत्तर प्रदेश वाराणसी द्वारा शिक्षक संदर्शिका एवं बच्चों के लिए कार्यपुस्तिका का विकास किया गया है। शिक्षक संदर्शिकाओ एवं कार्य पुस्तिकाओं के विद्यालयी स्तर पर सफल क्रियान्वयन हेतु शिक्षकों का प्रशिक्षित होना आवश्यक है। दक्ष मॉड्यूल में समाहित सत्रवार विषय वस्तु शिक्षको के क्षमता संवर्धन के साथ-साथ बच्चो में भाषायी दक्षता के विकास में सहायक सिद्ध होगी। हमारा शिक्षण गतिविधि आधारित और नवाचारी होना चाहिए।

हिन्दी प्रशिक्षण के सन्दर्भदाता वंशराज, राजेश सिंह और हरिकेश प्रजापति के नेतृत्व में प्रतिभागियों ने भाषा शिक्षण की अवधारणा, अधिगम अंतराल, भाषाई कौशलो की आवश्यकता, सुननादृबोलना कौशल परस्पर संबंध, भाषाई दक्षता आदि का रिमीडियल शिक्षण में सरल एवं स्थानीय प्रयोग करना सीखा।

प्रशिक्षण में डॉ0 गोविन्द, डॉ0 मृत्युंजय सिंह, मो. इमरान खान, वर्षा पटेल, कल्याण पाण्डेय, संदीप कुमार, डॉ0 रविनाथ एवम् डॉ0 ऋचा आदि ने अपना योगदान दिया।

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