उत्तर प्रदेश

इस बार मार्च में टूटा गर्मी का 121 साल का रिकॉर्ड, दूसरी बार रहा सबसे गर्म महीना: मौसम विभाग

Renuka Sahu
2 April 2022 1:46 AM GMT
इस बार मार्च में टूटा गर्मी का 121 साल का रिकॉर्ड, दूसरी बार रहा सबसे गर्म महीना: मौसम विभाग
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फाइल फोटो 

मौसम विभाग के मुताबिक, बीता मार्च महीना ऐतिहासिक तौर पर सबसे गर्म रहा है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। मौसम विभाग (India Meteorological Department) के मुताबिक, बीता मार्च महीना ऐतिहासिक तौर पर सबसे गर्म रहा है. गर्मी के मामले में इसने 121 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है.विभाग की रिव्यू बैठक के दौरान सामने आया कि मार्च महीने में पूरे देश का अधिकतम औसत तापमान 1.86 डिग्री सेल्सियस रहा है. उत्तर पश्चिमी क्षेत्र (Northwest Territories) ने अपना उच्चतम औसत अधिकतम दर्ज किया, मध्य ने 1901 के बाद से तापमान के मामले में अपना दूसरा सबसे गर्म महीना मार्च (March) दर्ज किया. मार्च में 15 दिन के बाद उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में लू दर्ज की गई.

मार्च 2022 के दौरान पूरे देश का औसत अधिकतम, न्यूनतम और औसत तापमान क्रमश 33.10 डिग्री सेल्सियस, 20.24 डिग्री सेल्सियस और 26.67 डिग्री सेल्सियस था, इससे पहले 1981 से 2010 के बीच देश का औसत अधिकतम तापमान सामान्य के मुकाबले 31.24 डिग्री सेल्सियस, 18.87 डिग्री सेल्सियस और 25.06 डिग्री सेल्सियस रहा.पिछले एक सप्ताह में 28 मार्च को 39.3 डिग्री सेल्सियस, 27 मार्च को 38 डिग्री सेल्सियस, 26 मार्च को 6.5 डिग्री सेल्सियस, 25 मार्च को 37.5 डिग्री सेल्सियस, 24 मार्च को 37.3 डिग्री सेल्सियस, 23 मार्च को 38 डिग्री सेल्सियस, 22 मार्च को 34.8 डिग्री सेल्सियस, 21 मार्च को 39 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया.
औसत अधिकतम तामपान 39.1 डिग्री सेल्सियस रहा
उत्तर पश्चिम भारत में, मार्च में औसत अधिकतम तापमान सामान्य से 3.91 डिग्री सेल्सियस अधिक था. औसत न्यूनतम तापमान – या रात का तापमान – 1901 के बाद से सामान्य से 2.53 डिग्री सेल्सियस अधिक की गिरावट के साथ दूसरा सबसे अधिक था. वहीं देश ने औसतन 1901 के बाद से तीसरी सबसे कम बारिश दर्ज की.भीषण गर्मी का असर अब जनजीवन पर पड़ने लगा है, दिन में सड़कों पर सन्नाटा बढ़ने लगा है. सड़के तप रही हैं. लोग दिन में बाहर निकलने के बजाय घरों में एसी और कूलर में रहना पसंद कर रहे हैं. दिन में निकलने पर शरीर झुलसने लगा है.
कुल मिलाकर देश में 8.9 मिमी बारिश दर्ज की गई जो 1961 से 2010 के बीच दर्ज 30.4 मिमी की लंबी अवधि के औसत (एलपीए) से 71% कम है। पिछली बार मार्च में 1909 (7.2 मिमी) में कम बारिश हुई थी और 1908 (8.7 मिमी) हुई.इससे पूर्व 2021 में ही मार्च का औसत अधिकतम तापमान 32.9 रहा था. उस साल 11 सालों का रेकॉर्ड टूट गया था. वहीं यह मार्च पूरी तरह शुष्क रहा है. आईएमडी के अनुसार, गुरुवार को अधिकतम तापमान 39.5 डिग्री रहा. यह सामान्य से 6 डिग्री अधिक है. वहीं न्यूनतम तापमान 20.1 डिग्री रहा. यह भी सामान्य से दो डिग्री अधिक है. हवा में नमी का स्तर 28 से 80 प्रतिशत तक रहा.कई जगहों पर लगातार तीसरे दिन लू चली. रिज का अधिकतम तापमान 41.1, गुरुग्राम का 41.4 नजफगढ़ 40.6, जाफरपुर 40.6, नरेला 41.6, पीतमपुरा 41.1, स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का 40.6 रहा. ये सभी इलाके बीते तीन दिनों से लू की मार झेल रहे हैं.
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