- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- दुश्मनी में दरिंदगी की...
उत्तर प्रदेश
दुश्मनी में दरिंदगी की शिकार हुई ये निर्भया , जानिए पूरी कहानी.....
Teja
19 Oct 2022 2:13 PM GMT
x
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से एक बेहद शर्मनाक खबर आई है. जहां 37 साल की महिला को पहले अगवा किया गया और फिर उसके साथ पांच-पांच लोगों ने दो दिन तक बेइंतहां दरिंदगी की. इल्जाम है कि उन पांच दरिंदों ने उस महिला के जिस्म को बुरी तरह से नोंच डाला. वो उसकी आबरू से लगातार खेलते रहे. जब हवस का खेल खत्म हुआ तो उसके प्राइवेट पार्ट में रॉड डाल दी. ये हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष ने इस बारे में एक ट्वीट किया है.
दरअसल, 37 साल की पीड़िता दिल्ली के नंदनगरी इलाके में रहती है. बीती 16 अक्टूबर को उसके भाई का जन्मदिन था. लिहाजा, वो अपने भाई की खुशी में शरीक होने के लिए उसी दिन गाजियाबाद पहुंची थी. शाम को उसके भाई का जन्मदिन मनाया गया. सारा परिवार खुश था. जन्मदिन की पार्टी के बाद उसका भाई उसे वापस जाने के लिए आश्रम रोड के ऑटो स्टैण्ड पर छोड़ आया था.
पीड़िता के भाई ने बताया कि 16 अक्टूबर की रात को वो अपनी बहन को छोड़ने के लिए आश्रम रोड जा रहा था. उससे पहले उन दोनों ने नंदग्राम मार्केट में शॉपिंग की. कुछ राशन खरीदा था. जिसका सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस को मिल गया है. इसके बाद पीड़िता का भाई 9 और साढ़े 9 बजे के बीच अपनी बहन को आश्रम रोड के ऑटो स्टैण्ड पर छोड़कर चला गया. उसका कहना है कि उसने ड्रिंक ली थी, इसलिए वो अपनी बहन को छोड़ने दिल्ली नहीं गया.
भाई के मुताबिक उसकी बहन वहां खड़े एक ऑटो में बैठ गई थी, लेकिन ऑटोवाले ने कहा कि जब तक उसका ऑटो पूरा नहीं भर जाता वो नहीं जाएगा. पीड़िता उस ऑटो से उतर कर बाहर खड़ी हो गई और दूसरे ऑटो का इंताजर करने लगी. तभी वहां एक स्कॉर्पियो कार आई, जिसमें 4 लड़के सवार थे, उन्होंने पीड़िता को गाड़ी में बैठाया और किसी अज्ञात स्थान पर ले गए, जहां पहले से एक ओर लड़का मौजूद था.
इल्जाम है कि उन पांचों लोगों ने वहां उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया. ये सिलसिला अगले दिन तक देर रात तक चलता रहा. पीड़िता के भाई ने बताया कि उसी दिन यानी 16 अक्टूबर की रात करीब 11 बजे उसके पास उसके भांजे का फोन आया. उसने बताया कि अभी तक मम्मी घर नहीं पहुंची हैं. यह बात सुनकर उसे अपनी बहन की चिंता होने लगी. उसने अपने आस-पास वाले रिश्तेदारों को फोन कॉल किए और बहन के बारे में पूछा मगर वो कहीं नहीं मिली. इसके बाद वो अपने कुछ पड़ोसियों को साथ लेकर पुलिस थाने पहुंचा.
थाना नंदग्राम पुलिस को एक तहरीर देकर उसने अपनी बहन के इस तरह गायब हो जाने की बात बताई. पुलिस ने उसे बताया कि इस तरह के मामलों में 24 घंटे का वक्त बीत जाने के बाद ही मुकदमा दर्ज किया जाता है. लिहाजा अभी थोड़ा इंतजार करना होगा. इसके बाद एफआईआर लिखी जाएगी.
17 अक्टूबर को महिला का परिवार उसे तलाश करता रहा, लेकिन उसका कुछ अता-पता नहीं चला. इस तरह से पूरा दिन बीत गया. 18 अक्टूबर की अल सुबह करीब 3 बजे महिला के भाई के पास पुलिस का फोन आया. पुलिस ने कहा कि वो फौरन एमएम अस्पताल आ जाए. भाई को कुछ बुरा होने के अंदेशा होने लगा. वो तेजी से अपनी पत्नी को साथ लेकर अस्पताल जा पहुंचा. जहां अपनी बहन का हाल देख उसके होश फाख्ता हो गए.
वहां के डॉक्टरों ने महिला की गंभीर हालत को देखते हुए उसे दिल्ली के जीटीबी अस्पताल में रेफर कर दिया. वहां डॉक्टरों ने महिला का इलाज शुरू किया. पीड़िता के भाई ने बताया कि पीड़िता के प्राइवेट पार्ट से एक रॉड जैसी वस्तु मिली है.
Next Story