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राजचौपले पर जाम से मिलेगी मुक्ति, रैपिड रेल कॉरिडोर कंस्ट्रक्शन के चलते रोड रूट में बदलाव, मोदीनग
मेरठ से दिल्ली आने-जाने के लिए अब वाहनों को दो नए यू-टर्न से होकर गुजरना पड़ेगा। दिल्ली-मेरठ के बीच रैपिड रेल कॉरिडोर निर्माण का काम चलने के कारण यहां रूट में कुछ बदलाव किया गया है। लोगों को जाम से बचाने और सुगम यातायात देने के लिए इस रूट पर नए यू-टर्न बने हैं, वहीं राजचौपले पर रोड क्रॉसिंग बोलार्ड तैयार हो चुके हैं। अब वाहनों को इन्हीं से होकर जाना पड़ेगा।
दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर पर मोदी नगर के सौंदा रोड क्रॉसिंग के पास 2 नए यू-टर्न बनाए गए हैं। इन दोनों यू-टर्न को लूप में डिजाइन किया गया है। ताकि दिल्ली-मेरठ आने जाने वालों को सौंदा रोड पर जाने में जाम न झेलना पड़े। ये दोनों यू-टर्न खोल दिये गए हैं। जिला प्रशासन ने जनता को परेशानी से बचाने के लिए ये यूटर्न बनाए हैं।
मेरठ से दिल्ली जाने वाले वाहनों के लिए भी यूटर्न
सौंदा रोड की ओर से दिल्ली की ओर जाने वाले यातायात को मुख्य मार्ग पर आने के बाद मेरठ की ओर थोड़ा चलना होगा, उसके बाद यू-टर्न लेकर दिल्ली की ओर मुड़ना होगा। इसी तरह मेरठ की ओर से सौंदा रोड पर जाने वाले यातायात को सौंदा रोड से थोड़ा आगे जाकर यू-टर्न लेना होगा, जिसकी मदद से वाहन दिल्ली से मेरठ की दिशा में मुड़ जाएंगे और फिर बाईं ओर सौंदा रोड पर जा सकेंगे।
गुरुद्वारा क्रॉसिंग पर भी नहीं लगेगा जाम
दिल्ली-मेरठ रोड पर ही गुरुद्वारा रोड क्रॉसिंग भी मोदी नगर में जाम का कारण बनता है और इस क्रॉसिंग को भी स्थानांतरित करके लूप में 2 नए यू-टर्न बनाए जा रहे हैं। मोदी नगर में गुरुद्वारा रोड और सौंदा रोड, दिल्ली से मेरठ की दिशा में जाते हुए बाईं ओर आते हैं। इसके लिए बैरिकेडिंग हो चुकी है। जल्द ही बैरिकेडिंग हटाकर यूटर्न शुरू किया जाएगा।
राज चौपला पर लगाए बोलार्ड
दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर पर मोदी नगर के राज चौपला इलाके में पैदल यात्रियों के लिए बनाए गए दो सड़क क्रॉसिंग पर बोलार्ड यानी वाहन रोधक लगाए हैं। यहां लोहे के पाइप के बोलार्ड लगने से यात्रियों के लिए सड़क पार करना और सुरक्षित हो गया है। इससे पहले इन क्रॉसिंग में कंक्रीट के स्लैब लगाए हुए थे, जिनकी वजह से क्रॉसिंग का रास्ता थोड़ा संकरा हो गया था। अब यहां लोग बिना परेशानी के सड़क पार कर सकेंगे। इन दोनों क्रॉसिंग के अंदर साइट वाले स्पेस को भी बेरिकेडिंग की मदद से कवर कर दिया गया है, ताकि लोग धूल-मिट्टी से भी बच सकें। यहां पर पैदल यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए मार्शल भी तैनात रहते हैं।