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केंद्रों पर पीईटी प्रवेश को लेकर कई जगह हुआ हंगामा, गणित और जीके के प्रश्नों ने उलझाया
मेरठ न्यूज़: उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (पीईटी) पहले दिन शनिवार को शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराई गई। हालांकि परीक्षा में केंद्रों पर प्रवेश के समय कुछ जगहों पर हंगामा भी हुआ। खालसा इंटर कॉलेज और एसडी सदर में कुछ अभ्यर्थियों के देरी से पहुंचने की वजह से उनको प्रवेश करने से रोका गया जिसके बाद उन्होंने हंगामा किया। केंद्रों पर समय से प्रवेश करने की वजह से कुछ छात्र-छात्राएं सेंटरों पर सुबह छह बजे ही पहुंच गए थे, लेकिन परीक्षा शुरू होने के एक घंटा पहले ही उन्हें प्रवेश करने का मौका दिया गया। बता दें कि जिले में 56 केंद्रों पर इस परीक्षा का आयोजन किया गया था, जिसमें मुरादाबाद, संभल, हरियाणा और दिल्ली के अधिक छात्र-छात्राएं परीक्षा देने के लिए मेरठ पहुंचे। अन्य जिलों में परीक्षा केंद्र पड़ने की वजह से हजारों छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ा। पहली पाली की परीक्षा सुबह 10 से 12 बजे तक संचालित की गई। जिसके लिए जिले में 29520 छात्र-छात्राएं पंजीकृत थे, जिसमें से 20486 छात्र-छात्राएं परीक्षा देने आए और 9034 ने परीक्षा से किनारा किया। वहीं, दूसरी पाली की परीक्षा 3 से 5 बजे तक संचालित की गई। जिसके लिए 29520 छात्र पंजीकृत थे और 29949 ने परीक्षा दी व 8571 ने परीक्षा छोड़ दी।
खालसा इंटर कॉलेज से परीक्षा देकर निकले अधिकांश छात्र-छात्राओं ने बताया कि पेपर गत वर्षों के मुकाबले थोड़ा कठिन रहा और गणित के काफी प्रश्न घुमा फिराकर पूछे गए। जिनको हल करने में काफी समय लग गया। वहीं, जीके के कुछ प्रश्न भी कठिन रहे। परीक्षा शुरु होने से पहले छात्र-छात्राओं की सघन चेकिंग की गई। चेकिंग के चलते केंद्रों के बाहर छात्र-छात्राओं की लंबी कतार लगी रही। 100 नंबर के प्रश्नपत्र में भारतीय इतिहास, भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन, भूगोल, भारतीय अर्थव्यवस्था, भारतीय संविधान, अंकगणित, सामान्य हिंदी, सामान्य अंग्रेजी, तर्क एवं तर्क शक्ति आदि विषयों से प्रश्न पूछे गए। कुछ अभ्यर्थियों ने बताया कि उन्हें ग्राफ आदि के प्रश्नों को हल करने में थोड़ा समय लगा।
ये बोले-परीक्षार्थी: मुरादाबाद से आए सत्यम ने बताया कि गणित के प्वाइंट वाले प्रश्न थोड़Þे कठिन थे। वहीं हिंदी में दिए गए ग्राफ में एक प्रश्न घुमाकर पूछा गया था। जबकि दूसरा आसान था। संभल से आई निशा ने बताया कि जीके के प्रश्न भी थोड़े कठिन थे हालांकि जीके के अधिक प्रश्न नहीं पूछे गए थे। पेपर पिछले साल से थोड़ा कठिन था। शशि का कहना था कि परीक्षा में सत्य की खोज करने का तरीका और ख्याली का पुलाव का अर्थ सलीखे सवाल भी थे। गणित के सवाल थोड़े कठिन थे। निगेटिव मार्किंग की वजह से सारे सवाल नहीं किए।
इस प्रकार के पूछे गए थे प्रश्न
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प्रसिद्ध युद्ध का नारा चलो दिल्ली किसने दिया था।
विश्व की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट किसके बीच स्थित है।