उत्तर प्रदेश

कर्मचारियों के साथ ही नगर निगम के अन्य कर्मचारियों का आक्रोश फूटा

Admindelhi1
18 March 2024 4:34 AM GMT
कर्मचारियों के साथ ही नगर निगम के अन्य कर्मचारियों का आक्रोश फूटा
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सफाईकर्मियों ने ठेका प्रथा के खिलाफ निगम में की तालाबंदी

बरेली: सफाई ठेका प्रथा और उत्पीड़न और भेदभाव का आरोप लगाते हुए सफाई कर्मचारियों के साथ ही नगर निगम के अन्य कर्मचारियों का आक्रोश फूट पड़ा. सफाई कर्मचारियों ने कामकाज ठप कर निगम के सभी अनुभागों में ताले जड़ दिए. नगरायुक्त ने वार्ता के लिए बुलाया, लेकिन बातचीत सफल नहीं हो पाई. सफाई कर्मियों ने काम का बहिष्कार करते हुए नगर निगम मुख्यालय पर धरना-प्रदर्शन किया. सफाई कर्मियों के हड़ताल पर रहने से शहर की सफाई व्यवस्था बाधित हुई. वाहन चालकों ने कूड़े की गाड़ियों से नगरायुक्त समेत तमाम अधिकारियों का रास्ता रोक दिया. शाम को मेयर के आने पर काफी देर तक वार्ता चली.

नगर निगम कार्यालय में दिन भर हंगामा होता रहा. तमाम अनुभागों के काम ठप रहा. आने जाने के रास्ते पर कूड़े की गाड़ियों को खड़ा कर उन्हें बंदकर दिया.

सफाई मजदूर संघ के बैनर तले भारी संख्या में सफाई कर्मी सुबह बजे से ही नगर निगम मुख्यालय पर जुटने शुरू हो गए और मांगे पूरी नहीं होने पर काम बंद करने की घोषणा कर दी. नगर निगम के सभी सफाई कर्मी, सफाई नायकों ने ठेका प्रथा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. 30 वार्डों में ठेका प्रथा को बंद करने की मांग पर धरने पर बैठे सफाई कर्मचारियों पूरे शहर की सफाई व्यवस्था को ठप करने का फैसला लिया है. वहीं अपनी मांग पूरी न होने पर नगर निगम में भी तालाबंदी की चेतावनी पहले की दे चुके थे. सफाई मजदूर संघ के महामंत्री राजेश कुमार, विजय कुमार मन्नू ने बताया कि हम चार दिन से धरना प्रदर्शन कर रहे थे. किसी ने हमारी बात को सुना तक नहीं है. शहर के कई वार्डों से सफाई कर्मचारियों को हटा कर वहां पर ठेका प्रथा को लागू कर दिया गया है.

30 वार्डों में ठेके से सफाई कराए जाने का प्रस्ताव बोर्ड ने मंजूर किया है. सफाई कर्मचारियों को इस बारे में जानकारी दी गई. उन्हें समझाया गया. जो प्रस्ताव बोर्ड से पास हुआ है उस पर हम कुछ फैसला नहीं ले सकते हैं.

-निधि गुप्ता वत्स, नगरायुक्त

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