उत्तर प्रदेश

ब्लू सफायर मॉल में हुए हादसे में युवकों की मौत से दो परिवारों में मची चीख-पुकार

Admindelhi1
14 March 2024 7:43 AM GMT
ब्लू सफायर मॉल में हुए हादसे में युवकों की मौत से दो परिवारों में मची चीख-पुकार
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नोएडा: नोएडा वेस्ट के ब्लू सफायर मॉल में हुए हादसे में दो लोगों की मौत की खबर मिलते ही विजयनगर क्षेत्र में शोक पसर गया. हालांकि, परिवार की महिलाओं और बुजुर्गों को दोनों के घायल होने की बात बताई गई थी, लेकिन देर शाम दोनों के शव पहुंचे तो चीख पुकार मच गई.

गोशाला गऊपुरी में रहने वाले राजेंद्र भाटी मिलनसार व्यक्ति हैं. उनके तीन बेटों में दूसरे नंबर के बेटे हरेंद्र भाटी ने गोशाला गऊपुरी मार्केट में दुकानें किराये पर उठाई हुई हैं. हरेंद्र की शादी वर्ष 2005 में फरीदाबाद में हुई थी. वह दो बेटों 10 वर्षीय वंश और आठ वर्षीय अंश के पिता थे.

ब्लू सफायर मॉल में हुए हादसे में हरेंद्र भाटी की मौत की खबर मिली तो गोशाला गऊपुरी बाजार में शोक की लहर दौड़ गई. परिवार के लोगों ने घर की महिलाओं और बच्चों को मौत की खबर न बताकर सिर्फ घायल होने के बारे में बताया. देर शाम हरेंद्र भाटी का शव घर पहुंचा तो परिजनों में चीख-पुकार मच गई. वहीं, हादसे की जानकारी लगने के बाद व्यापारियों ने गोशाला गऊपुरी बाजार बंद कर दिया.

वहीं, दूसरी तरफ विजयनगर क्षेत्र के ही कैला खेड़ा निवासी शकील छह भाई-बहनों में तीसरे नंबर के थे. करीब छह साल पहले उनका निकाह हुआ था. वह तीन वर्षीय बेटे के पिता थे. परिजनों के मुताबिक शकील पुताई का काम करके अपनी आजीविका चलाते थे. वर्तमान में हरेंद्र भाटी ने ग्रेटर नोएडा में पुताई का ठेका ले रखा था. शकील सुबह काम पर जाकर शाम को घर लौट आते थे. घर पर जमा लोगों को देखकर पिता छोटे खां ने शकील के बारे में पूछा तो उन्हें भी शकील के अस्पताल में उपचाररत होने की बात बताई गई थी. देर शाम शव घर पहुंचा तो पिता का कलेजा बैठ गया.

सीढ़ियों के पास लगा शीशा टूटा

ब्लू सफायर मॉल में ऊपर से जब लोहे का ढांचा नीचे गिरा हो सीढ़ियों के पास लगा शीशा पूरी तरह से चकनाचूर हो गया. लोहे के ढांचे के साथ ही कांच का पूरा हिस्सा भी नीचे आकर गिर गया. लोहे का ढांचा टूटने के बाद स्वचलित सीढ़ियों के पास के अलावा निचले तल तक भी पहुंचा. मॉल के अंदर हर जुबां पर हादसे को लेकर ही चर्चा होती रही. हर चेहरे पर एक भय और परेशानी दिखी. शीर्ष अधिकारी भी घटना से जुड़ी हर जानकारी संबंधित अधिकारियों से लेते रहे. देर शाम तक एहतियात के तौर पर मॉल परिसर के अंदर और बाहर पुलिसकर्मियों की तैनाती रही.

कुछ लोग ही मदद के लिए आगे आए

हादसे के बाद ज्यादातर लोग बाहर निकल गए. कुछ वहां खड़े रहकर महज तमाशा देखते रहे. वहीं दो से तीन लोग ऐसे भी रहे जो भागकर शव के पास पहुंचे. शव को इस उम्मीद से खींचकर दूर किया कि अगर जरा सी भी बचने की संभावना हो तो घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया जा सके. लोगों के इस साहसिक काम का वीडियो भी वायरल हुआ है. लोगों ने मदद करने वालों की खूब प्रशंसा की है. वीडियो को कई लोगों ने साझा भी किया है. जिस समय हादसा हुआ घटनास्थल के आसपास करीब 50 से अधिक लोग थे. गनीमत रही कि लोहे का ढांचा महज दो लोगों के ऊपर गिरा. अगर लोहे का बड़ा हिस्सा गिरता तो कई जानें जा सकती थी.

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