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इलाहाबाद: मुट्ठीगंज थाने के बगल में रहने वाले फर्नीचर व्यापारी अंशु केसरवानी की पत्नी अंशिका केसरवानी ने रात फांसी लगाकर जान दे दी. सूचना पर पहुंचे मायके वालों ने रात में ही हंगामा शुरू कर दिया.
अंशिका का शव सड़क पर रखकर गुस्सा जताने लगे. इस बीच किसी ने अंशु की फर्नीचर की दुकान में आग लगा दी. दरवाजे में भी आग लगने से व्यापारी के परिजन मकान में फंस गए. पुलिस ने मकान की पहली व दूसरी मंजिल पर फंसे लोगों को बाहर निकाला. तीसरी मंजिल पर रात 1 30 बजे तक आग पूरी तरह नहीं बुझी थी. लोगों की फंसे होने की आंशका पर सर्च ऑपरेशन चलता रहा.
धूमनगंज के रहने वाले सरदारी लाल की बेटी अंशिका (26) की 23 फरवरी 23 को मुट्ठीगंज थाने के पास रहने वाले अंशु केसरवानी के साथ शादी हुई. बताया जाता है कि शादी के दिन किसी बात पर अंशु ने नाराजगी जताई थी. आरोप है कि ससुराल वाले अंशिका को प्रताड़ित करते थे.
रात करीब 1030 बजे अंशिका के घर वालों को सूचना मिली कि उसने फांसी लगाकर जान दी है. परिवार, रिश्तेदार और मोहल्ले वाले मुट्ठीगंज पहुंचे और हंगामा करने लगे. आरोप लगाया कि उसका हाथ जला दिया और हत्या कर फांसी के फंदे पर टांग दिया. अंशिका का शव घर से निकाल कर बाहर सड़क पर रख दिया और कार्रवाई करने की मांग करने लगे. इस बीच अंशु के घर वालों को मकान में ही जलाने की कोशिश की गई. सबसे पहले दुकान में आग लगा दी गई. फर्नीचर की दुकान में आग लगते ही लपटों ने भयावह रूप रूप ले लिया. एसीपी समेत कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची. लोगों को शांत कराया.
हंगामा होते ही भाग निकला अंशु मां-बाप और बहन घर में फंसे
मुट्ठीगंज थाने के बगल में अंशु पुत्र पप्पू केसरवानी का तीन मंजिला मकान है. मकान के नीचे हिस्से में ही फर्नीचर की दुकान है. ऊपर के दोनों मंजिल पर वह अपने मां-बाप और छोटी बहन के साथ रहता है. आरोप है कि पत्नी अंशिका के फांसी लगाने पर मायके वालों ने जब हंगामा शुरू किया तो अंशु पीछे से भाग निकला था. बताया जा रहा है कि इस बीच उसके मां-बाप और छोटी बहन वहां से ऊपरी मंजिल पर चले गए. इस दौरान मकान में आग लगा दी गई. आग की लपटें बढ़ने लगीं तो वहां का मंजर भयावह हो गया. मौके पर पहुंची पुलिस के भी हाथ पाव फुलने लगे. वहां पर काफी भीड़ एकत्र हो गई थी. एक तरफ पुलिस को भीड़ से उलझना पड़ रहा था तो दूसरी ओर बचाव अभियान भी चलना था. पुलिस की टीम फायर ब्रिगेड के पहुंचने से पहले ही रेस्क्यू में लग गई. पुलिस ने दुकान का शटर तोड़ा. इससे जहरीला धुआं ऊपर फैलने का खतरा कम हो गया. इसके बाद पुलिस ने ऊपर जाकर अंदर फंसे लोगों को एक-एक करके बाहर सुरक्षित निकाला.