उत्तर प्रदेश

विकास में वन, आदर्श और मनुष्य में हो सामंजस्य

Ritisha Jaiswal
13 Sep 2023 11:58 AM GMT
विकास में वन, आदर्श और मनुष्य में हो सामंजस्य
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जापान के त्रिमूर्ति आदि मौजूद रहे।
इलाहाबाद: गोविंद वर्ष पंत सामाजिक विज्ञान संस्थान, झूंसी में 43वां स्थापना दिवस मनाया गया। पहले चरण में पंतजी की मूर्ति पर संस्थापक के बाद संस्थान के निदेशक प्रोफेसर बद्रीनारायण ने संस्थान की सामग्री साझा की और मंच पर सोशली (अंक-3) व सीरिज फॉर द पुअर एंड मार्जिनल्स ए स्टडी ऑफ गरीब कल्याण योजना इन इंडिया एंड बियॉन्ड बाउंड्रिज ए स्टडीज मन की बात का सोशल इम्पैक्ट से छुटकारा मिल गया. डॉ. सुभाष कुमार ने पं. गोविंद वर्ष पंत के जीवन पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम के दूसरे चरण में अशोका यूनिवर्सिटी हरियाणा से आए इतिहासकार एवं पर्यावरणविद् प्रोफेसर महेश रंगराजन ने शेर, चीता, हाथी पर भारत के शोक और पशु जीवन विषय पर अपनी बात रखी। उन्होंने जंगल के लगातार दोहन से शेर, चीता, हाथी जैसे हाथी पर कैसे संकट गहराया इसकी चर्चा की।
कार्यक्रम की तैयारी करते हुए प्रोफेसर राजेन हर्षे ने पर्यावरण के सतत विकास के लिए वन, रसायन और मानव के क्रिया कलापों में संगत सामंजस्य होना जरूरी बताया। प्रो बद्रीनारायण ने सभी रिवायतों का बाज़ार बनाया। डॉ. गोपीचंद्र चंद्रैया ने स्क्रैम का परिचय दिया। धन्यवाद डॉ जूल राणा ने दिया। संचालन डॉ. सुभाष कुमार एवं डॉ. पूजा पाल ने किया।
कलाकारों ने समां बांधा
समारोह में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। गोरखपुर से आये कबीर वाणी गायक राम प्रसाद और उनकी टीम ने कबीर की कई निर्गुण वाणी को संगीतमय संगीत से भावविभोर कर दिया। बनारस घराने से आए सोनी सेठ के नेतृत्व में कलाकारों ने कथक प्रस्तुत कर सभी का मन मोह लिया। कार्यक्रम में फूलपुर के प्रमुख विधायक पटेल, प्रो राजेन हर्षे, पूर्व आईजी केपी सिंह, संस्थान के निदेशक बद्रीनारायण और संस्कृति विभाग के निदेशक अतुल डियाले, डॉ. बृजेंद्र गौतम, जापान के त्रिमूर्ति आदि मौजूद रहे।
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