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इलाहबाद से निर्यात बढ़ाने की हैं अपार संभावनाएं: गंगाधर पांडा
उत्तरप्रदेश | न्यूज़ डेस्क प्रयागराज के उत्पादों का निर्यात बढ़ाया जा सकता है. यहां से निर्यात बढ़ाने की असीम संभावनाएं हैं. ये बातें केंद्र सरकार के अतिरिक्त महानिदेशक विदेश व्यापार गंगाधर पांडा ने प्रयागराज परिक्षेत्र से निर्यात बढ़ाने के उद्देश्य से जागरूकता सम्मेलन में कहीं. सिविल लाइंस स्थित एक होटल में शाम आयोजित सम्मेलन में एडीजी एक्सपोर्ट गंगाधर पांडा ने कहा कि विदेशों में बसे भारतीयों के बीच ही यहां के व्यापारी अपने उत्पादों को स्थापित कर सकते हैं.
पांडा ने कहा कि परिक्षेत्र में प्रतापगढ के आवंले के निर्यात की संभावना प्रबल है. इसके लिए उत्पाद की गुणवत्ता को सुधारना होगा. प्रयागराज का चावल निर्यात हो रहा है. अब जिले की चावल की टोकरी में और उत्पादों को डालना होगा. यहां से अन्य उत्पादों के निर्यात की संभावनाएं हैं. स्मार्ट प्रयास के साथ बेहतर गुणवत्ता और आकर्षक डिजाइन करने की आवश्यकता है.
सम्मेलन के मुख्य अतिथि मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत ने कपड़ा के बाजार में बांग्लादेश के दबदबे का जिक्र करते हुए विदेशों में भारतीय कपड़ों की मांग पर जानकारी दी. मंडलायुक्त ने भी निर्यात के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म इस्तेमाल करने का आह्वान किया. सम्मेलन में आए उद्यमी और व्यापारियों ने सवाल भी पूछे. संयुक्त महानिदेशक अमित कुमार ने निर्यात बढ़ाने के लिए सरकार की योजनाओं की जानकारी दी. सम्मेलन में संयुक्त आयुक्त लालजीत, एलबीएस यादव (एमएसएमई) उपायुक्त उद्योग शरत टंडन, उद्यमी विनय टंडन डॉ. जीएस दरबारी आदि मौजूद रहे.
घरौनी वितरण में 71वें स्थान पर प्रयागराज
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महात्वाकांक्षी परियोजना घरौनी को तैयार करने में घोर लापरवाही हो रही है. अपर मुख्य सचिव राजस्व सुधीर गर्ग ने समीक्षा की तो प्रयागराज को प्रदेश में 71वें स्थान पर पाया. अधिकारी ने इस पर घोर नाराजगी जाहिर की. उन्होंने निर्देश दिया कि इसे सही किया जाए. अधिकारी जिम्मेदार तय करें और इसका वितरण कराएं. ग्रामीण इलाकों में लोगों के मकान के दस्तावेज तैयार करने के लिए घरौनी योजना शुरू की गई थी.