उत्तर प्रदेश

संसाधनों की भारी कमी, कैसे होगी नकलविहीन परीक्षा

Admin Delhi 1
19 Jan 2023 9:05 AM GMT
संसाधनों की भारी कमी, कैसे होगी नकलविहीन परीक्षा
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मेरठ: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानि यूपी बोर्ड 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा के लिए केद्रों की सूची फाइनल कर दी गई है। जिले में 105 परीक्षा केंद्रों पर 10वीं के 40582 और 12वीं की परीक्षा के लिए 38825 छात्र-छात्राएं पंजीकृत है। परीक्षा नकलविहीन सम्पन्न कराने के लिए माध्यमिक शिक्षा विभाग की ओर से पूरी तैयारी कर ली गई हैं, लेकिन कुछ ऐसे विद्यालयों को भी केंद्र बनाया गया है, जिनमें संसाधनों की कमी है। वित्तविहीन विद्यालयों को भी काफी संख्या में केंद्र बनाया गया।

बता दें कि परीक्षाएं नजदीक है और तैयारियां युद्ध स्तर पर चल रही है। कक्ष निरीक्षकों के शैक्षिक विवरण को भी अपलोड कर दिया गया है। यूपी बोर्ड की ओर से 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं का सिलेबस जल्द से जल्द पूरा कराने के निर्देश दिए गए है, लेकिन कुछ स्कूलों में अभी तक सिलेबस पूरा नहीं हो सका है। बोर्ड ने सिलेबस समय से पूरा कराने के लिए अतिरिक्त कक्षाओं का सहारे लेने के लिए कहा है।

10वीं और 12वीं के परीक्षार्थियों की बात करे तो इस वर्ष मेरठ जिले में 10वीं के 40582 और 12वीं के 38825 छात्र है। जिला विद्यालय निरीक्षक राजेश कुमार का कहना है कि बोर्ड परीक्षा को किसी भी सूरत में बाधित नहीं होने दिया जाएगा। जिन विद्यालयों को केंद्र बनाया गया है।

वहां की पूरी व्यवस्था का जायजा परीक्षा से पहले भी लिया जाएगा। वहीं, यूपी बोर्ड प्रयोगात्मक परीक्षा का पहला चरण 21 से 28 जनवरी तक होगा। जिसमें आगरा और सहारनपुर मंडल के जिले शामिल है। वहीं, दूसरा चरण 26 जनवरी से 5 फरवरी तक होगा। जिसमें मेरठ और अलीगढ़ मंडल शामिल है।

नकल विहीन परीक्षा के लिए ये है प्रबंध

प्रत्येक कक्षा में वेब कास्टिंग की व्यवस्था।

हर कक्ष में दो-दो सीसीटीवी कैमरे और वायस रिकॉर्डर।

इंटरनेट कनेक्शन।

केंद्रों पर ये है समस्याएं

कई केंद्रों पर केवल एक-एक ही है सीसीटीवी कैमरा।

वायस रिकॉर्डर भी है सिर्फ एक

कई केेंद्रों पर फर्नीचर की है कमी।

कई केंद्रों पर कमरों की है कमी।

जंक फूड का सेवन बोर्ड परीक्षार्थियों को पड़ न जाए भारी

सीबीएसई बोर्ड की परीक्षाएं 15 फरवरी से तो यूपी बोर्ड की परीक्षाओं का आगाज 16 फरवरी से होने जा रहा है। दोनों बोर्ड की परीक्षाएं नजदीक है तो ऐसे में 10वीं और 12वीं के परीक्षार्थियों को बोर्ड परीक्षा की तैयारी के लिए कमर कस लेनी चाहिए। वहीं, दूसरी ओर जंक फूड आदि से भी दूर रहना होगा।

ताकि जंक फूड उनकी सेहत को न बिगाड़ दें। डाइटीशियन डॉ. भावना गांधी का कहना है कि परीक्षा के दौरान पौष्टिक आहार का अधिक सेवन करना चाहिए। देखा जाए तो इस बार जल्द शुरू होने वाली बोर्ड परीक्षाओं ने परीक्षार्थियों की समस्या को बढ़ा दिया है।

वहीं, दूसरी ओर इस वर्ष यूपी बोर्ड के बदले प्रारुप ने भी छात्रों को चिंता में डाल रखा है। अक्सर परीक्षा का समय नजदीक आते ही छात्रों की भूख मर जाती है। जिसके चलते वह कमजारे होने लगते हैं। इन सभी बातों की जानकारी देते हुए डा. भावना गांधी कहती है कि परीक्षार्थियों को परीक्षा नजदीक आने पर घबराना नहीं चाहिए, बल्कि अपने खानपान का ख्याल रख बेहतर से बेहतर करके दिखाना चाहिए। क्योंकि सेहत सही होने पर ही अच्छे नंबर लाए जा सकते हैं।

इन से करें तौबा

रात्रि में भारी भोजन का सेवन न करें।

चिकनाई का सेवन न करें।

डिब्बे बंद जूस से परहेज करे।

किसी के बहकावे में न आए।

रात में चावल खाने से परहेज करे।

गरिष्ठ भोजन से बचाव करे।

ऐसा होना चाहिए परीक्षार्थियों का डायट चार्ट

पानी 10 से 15 गिलास प्रतिदिन।

हरी सब्जियां का सेवन करे।

दाल दो कटोरी प्रति दिन खाए।

चपाती 5 से 6 प्रति दिन खाए।

दूध आधा किलो प्रति दिन ले।

पांच बदाम दो अखरोट के टुकड़े और दो मुन्ने खाली पेट ले।

जूस का सेवन अवश्य करे।

सुबह के समय व्यायाम भी करे।

मौसमी फलो का अधिक सेवन करे।

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