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बड़ी खबर
उत्तर प्रदेश। यूपी की ब्यूरोके्रसी में सुप्रीम स्थान से लेकर सीएम योगी के खेमे तक बेहद खास माने जाने वाले सीनियर आईएएस अवनीश अवस्थी के सेवाविस्तार पर फिलहाल जो भी सस्पेंस बीते काफी समय से चल रहा था, वो अब खत्म हो गया। बता दें चंूकि अवस्थी की गिनती योगी के सत्ता-शासन तंत्र में काबिज सबसे भरोसेमंद और सबसे पॉवरफुल अफसरों में होती रही है, ऐसे में उनके सेवाविस्तार को लेकर लगातार कयास लगाये जा रहे थे। खैर, शासन व्यवस्था से जुडेÞ जानकारों का तो यही कहना है कि चाहे राजनीति हो, ब्यूरोके्रेसी हो या फिर सत्ता हो जब तक सिस्टम में हैं तब तक लोगों के जेहन में आपकी मौजूदगी बनी रहेगी, जाते ही नये चेहरे पर चर्चा शुरू हो जाती है। ऐसे में अब सूबे के सबसे अहम विभाग यानी गृह से जुडेÞ सबसे खास चेहरे की ओर ध्यान आकृष्ट होना लाजिमी है। जी हां, हम बात कर रहे हैं 1995 बैच के आईएएस संजय प्रसाद की जोकि पहले से ही सीएम योगी के खास अफसरों में गिने जाते हैं। तभी तो प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री व सूचना के बाद अब उन्हें ही गृह विभाग के प्रमुख सचिव का एडिशनल चार्ज भी सौंप दिया गया है।
जबकि उनसे काफी सीनियर आईएएस अफसर अभी भी सरकार की सूची में हैं जिनमें प्रमुख नामों पर चर्चा काफी तेजी से सोशल मीडिया पर भी चलती दिखी। इसमें कोई दो राय नहीं कि संजय प्रसाद का 'वर्क मैनेजमेंट' अभी तक योगी को खूब भाता आया है, तभी पहले अपने साथ टीम में रखा, फिर सूचना और अब होम डिपार्टमेंट का भी जिम्मा दे दिया। लेकिन गृह विभाग के जानकारों की मानें तो होम जैसे अति महत्वपूर्ण विभाग से जुड़े दो सबसे बडेÞ और अहम पद डीजीपी व प्रमुख सचिव, दोनों सीनियर अफसरों के पास अतिरिक्त के तौर पर है। जबकि लम्बे समय से यूपी के सत्ता-शासन में गृह विभाग हमेशा से सभी मुख्यमंत्रियों ने सीधे अपने पास ही रखा है। मौजूदा डीजीपी डीएस चौहान, वैसे तो पूर्णकालिक रूप से डीजी इंटेलीजेंस का चार्ज उनके पास है, जबकि डीजीपी का उन्हें एडिशनल चार्ज सौंपा गया है। ऐसे में यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि आखिर होम डिपार्टमेंट जोकि सीधे सूबे में कानून-व्यवस्था नियंत्रण से लेकर सीधे जनता-जर्नादन को प्रभावित करने वाला है और यही नहीं प्रदेश सरकार का इकबाल भी कायम रखने में इस विभाग का अहम रोल होता है, ऐसे में उच्चस्थ पदों पर अतिरिक्त दायित्वों से क्यों काम चलाया जा रहा है। बहरहाल, चर्चा यह भी है कि प्रसाद चूंकि प्रमुख सचिव स्तर के अधिकारी हैं, और पहले यह अपर मुख्य सचिव स्तर के अधिकारी के पास रहा ऐसे में जल्द ही योगी सरकार शासन के दृष्टिगत एसीएस लेवल के किसी सीनियर अफसर की तैनाती कर सकती है। वहीं प्रसाद के कैरियर पर गौर करें तो मूल रूप से बिहार निवासी, संजय प्रसाद पूर्व में मौजूदा सीएम के गृह जनपद गोरखपुर में सीडीओ से लेकर गोरखपुर विकास प्राधिकरण में अहम पद पर रहें। पहली पोस्टिंग बतौर डीएम मुजफ्फरनगर हुई, उसके बाद क्रमवार डीएम फैजाबाद, आगरा, गाजीपुर व प्रयागराज रहें। यही नहीं गृह विभाग में सचिव पद पर भी प्रसाद रहें।
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