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- 3200 टन, अगस्त में...
दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रैपिड रेल कॉरिडोर की सबसे बड़ी बाधा दूर हो गई है। गाजियाबाद में रेलवे स्टेशन के पास मेट्रो लाइन और सड़क पुल को पार करने के लिए रैपिड रेल का 150 मीटर लंबा स्टील पुल स्थापित कर दिया गया है। इसका वजन करीब 3200 टन है। दावा है कि यह पुल इस कॉरिडोर का सबसे लंबा पुल है। इसे 25 मीटर ऊंचाई के तीन पिलर्स पर स्थापित किया गया है। अब इस पुल पर जल्द ही रेल ट्रैक बिछाने का काम शुरू होगा।
अब तक पांच स्टील पुल स्थापित
NCRTC ने साहिबाबाद की ओर से आ रहे ट्रैक को गाजियाबाद रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म से जोड़ा है। इस पुल के तैयार होने से साहिबाबाद स्टेशन और गाजियाबाद स्टेशन के बीच का ट्रैक पूरी तरह तैयार हो चुका है। आपको बता दें कि यह पुल रैपिड रेल कॉरिडोर के फर्स्ट फेज का हिस्सा है, जिसे साल-2023 में चालू किया जाना है। NCRTC ने अब तक गाजियाबाद रेलवे स्टेशन और गाजियाबाद RRTS स्टेशन पर एक-एक पुल और ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे पर मेरठ आने-जाने के लिए तीन स्टील पुल लगाए हैं।
चुनौतीपूर्ण और जटिल था यह काम
NCRTC प्रवक्ता पुनीत वत्स ने बताया, इस विशालकाय पुल को क्रेन से टेंडम लिफ्टिंग के जरिये स्थापित किया गया है। यह कार्य बहुत ही चुनौतीपूर्ण और जटिल था, जिसे सफलतापूर्वक किया गया। उन्होंने बताया, एलिवेटेड पुल के लिए NCRTC आमतौर पर 34 मीटर दूरी पर पिलर्स खड़े करता है। इसके बाद इन पिलर्स के ऊपर लॉन्चिंग गैंट्री की मदद से सीमेंट के सेग्मेंट जोड़े जाते हैं।
फर्स्ट फेज में साहिबाबाद-दुहाई के बीच दौड़ेगी रैपिड
आपको बता दें कि 82 किलोमीटर लंबे दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रैपिड रेल कॉरिडोर पर काम तेजी से जारी है। पहले फेज में साहिबाबाद से दुहाई डिपो के बीच 17 किलोमीटर ट्रैक पर रैपिड रेल चलानी है। इसका टारगेट साल-2023 रखा है। हालांकि इस ट्रैक पर ट्रायल अगस्त-2022 में हो सकता है। फर्स्ट फेज के ट्रैक पर ज्यादातर काम पूरे हो चुके हैं।