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मेरठ: महाभारत कालीन हस्तिनापुर के दिन बहुरने वाले हैं। लंबे समय से हस्तिनापुर को रेलवे लाइन से जोड़ने की मांग चल रही हैं, जिसके बाद केन्द्र सरकार ने इसको बजट में भी स्वीकृत कर दिया था। इसके लिए बजट भी जारी कर दिया गया था, लेकिन बीच में ही इसको लटका दिया गया। इस ट्रेन का मार्ग मेरठ से हस्तिनापुर और बिजनौर तक ट्रेन चलने का एक तरह से मार्ग प्रसत हो गया हैं। लोकेशन सर्वे की फाइनल रिपोर्ट करीब-करीब फाइनल हो गई हैं। शनिवार को केंद्रीय रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने अधिकारियों के साथ इसको लेकर संयुक्त मीटिंग की, जिसमें प्रदेश के जल शक्ति राज्यमंत्री दिनेश खटीक और भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष मोहित बेनीवाल भी मौजूद रहे। मीटिंग में सर्वे में आईं कमियों को दूर कर बिग प्रोजेक्ट को फाइनल रूप देने पर चर्चा की गई। कई सालों से चली आ रही मेरठ से हस्तिनापुर और बिजनौर तक रेलवे लाइन की मांग पूरी होने जा रही है।
63.5 किलोमीटर में बनाई जाने वाली रेल लाइन के लिए फाइनल लोकेशन सर्वे पूरा होने के बाद शनिवार को रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने प्रदेश सरकार के जल शक्ति राज्य मंत्री दिनेश खटीक और क्षेत्रीय अध्यक्ष मोहित बेनीवाल के साथ प्रोजेक्टर पर पूरी का आकलन किया। वहीं पर संबंधित अधिकारियों को भी दिशा निर्देश दिये गए। मंत्री दिनेश खटीक ने दिल्ली से लौटने के बाद पत्रकारों को बताया कि सर्वे में विदुर कुटी, शुक्रताल और हस्तिनापुर को शामिल किया गया है।
इन तीनों ऐतिहासिक स्थलों से ट्रेन गुजरेगी। 2.58 करोड़ रुपये की लागत से सर्वे पूरा किया जा चुका है। राज्य मंत्री दिनेश खटीक ने बताया कि केंद्रीय मंत्री ने रेल अधिकारियों को निर्देश दिए कि सर्वे में जो भी कमियां हैं, उनको प्रदेश सरकार के अधिकारियों से बात करके जल्द पूरा कराकर काम शुरू कराया जाएगा।
उपेक्षा का दंश झेल रहे हस्तिनापुर को लेंगे अब विकास के पंख
रेल लाइन हस्तिनापुर के विकास की लाइफ लाइन होगी। लंबे समय से महाभारतकालीन उपेक्षा का शिकार बनी हुई हैं। हस्तिनापुर राष्ट्रीय मानचित्र पर चमकता नजर आने लगेगा। रेलमार्ग से जुड़ जाने के बाद पर्यटकों की संख्या में इजाफा होगा। इसके बाद प्रदेश और केंद्र सरकार को अन्य विकास कार्य कराने होंगे। केंद्र सरकार पहले ही हस्तिनापुर में राष्ट्रीय संग्रहालय और आइकोनिक साइट के रूप में बजट में घोषणा कर चुका है।
रेल लाइन के बन जाने के बाद सभी विकास कार्यों को जल्द पूरा करना होगा। वहीं, मेरठ से बिजनौर रेलमार्ग से जुड़ जाने के बाद दो रेल मार्ग तैयार होंगे। मेरठ-हस्तिनापुर-बिजनौर के बीच रेल लाइन की मांग दशकों पुरानी है। इससे न केवल महात्मा विदुर की तपोस्थली विदुरकुटी और हस्तिनापुर क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। वहीं, रेल लाइन संचालित होने के बाद बिजनौर का संपर्क हस्तिनापुर, मेरठ, दिल्ली, लखनऊ समेत देश के कई अन्य प्रमुख शहरों से सीधे जुड़ जाएगा।
ये बोले मंत्री…
केंद्रीय रेल मंत्री ने शनिवार को पूरी सर्वे रिपोर्ट प्रोजेक्टर पर देखी है। उन्होंने रेल अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जो कमियां सर्वे में हैं उनको प्रदेश सरकार के साथ बात करके जल्द पूरी करें और रेल पटरी बिछाने का कार्य शुरू कराएं।
मेरठ से हस्तिनापुर, बिजनौर के बीच रेल लाइन बिछने के बाद महाभारत सर्किट में विदुर कुटी और मेरठ के हस्तिनापुर क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। बिजनौर का संपर्क मेरठ, लखनऊ और दिल्ली से जुड़ जाएगा। -दिनेश खटीक, जल शक्ति राज्य मंत्री उत्तर प्रदेश.