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जलमार्गों में ड्रेजिंग का इंतजार अब खत्म होगा सुगम होगा आवागमन
वाराणसी न्यूज़: जलमार्गों में ड्रेजिंग मई में शुरू होने की संभावना है. इसके लिए भारतीय अंतरदेशीय जलमार्ग प्राधिकरण ने दस नई ड्रेजिंग मशीनें खरीदी हैं. साथ ही तीन कम्पनियां अलग से भी सिल्ट की सफाई करेंगी.
यह जानकारी केंद्रीय जलमार्ग एवं जहाजरानी मंत्रालय में डेवलपमेंट एडवाइजर एचएन अश्वथ ने ‘हिन्दुस्तान’ से बातचीत में दी. वह चौकाघाट के गिरिजा देवी सांस्कृतिक संकुल में चल रही गतिशक्ति कार्यशाला में भाग लेने आए थे.
उन्होंने बताया कि सिल्ट जमा होने की वजह से गंगा व अन्य नदियों में क्रूज और कार्गो के संचालन में दिक्कत होती है. अब ड्रेजिंग मशीनें सिल्ट सफाई करके मार्ग को सुगम बनाएंगी. बताया कि इस बाबत टेंडर प्रक्रिया अंतिम चरण में है. उम्मीद है, मई से ड्रेजिंग शुरू हो जाएगी.
उन्होंने कहा कि अगले पांच वर्षों में नेशनल वाटरवेज-1 (वाराणसी से हल्दिया) और-2 (सादिया से धुबरी) से कार्गो ढुलाई का लक्ष्य दोगुना करने का लक्ष्य है. अभी इन जलमार्गों से 120 मिलियन मीट्रिक टन सामान भेजा जाता है, जिसे 250 मिलियन एमटी तक पहुंचाया जाएगा.
मल्टीमॉडल टर्मिनलों पर बढ़ेंगी सुविधाएं डेवलपमेंट एडवाइजर एचएन अश्वथ ने बताया कि वाराणसी, साहबगंज, पटना व हल्दिया के मल्टीमॉडल टर्मिनल (पोर्ट) से पिछले वर्षों में माल ढुलाई बढ़ी है. इसे देखते हुए वहां सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी. इसका प्रस्ताव तैयार हो गया है. इन जगहों पर कार्गो हैंडलिंग के सहायक उपकरण बढ़ेंगे. नए पैसेंजर हॉल बनेंगे. प्रयास किया जा रहा है कि पोर्ट पर एयरपोर्ट सरीखी सुविधाएं हों. जिससे लोगों को काफी सहूलियत होगी.