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रीढ़ की हड्डी में दिक्कत बताकर पुलिस को चकमा देकर फरार हुआ शातिर अपराधी
![रीढ़ की हड्डी में दिक्कत बताकर पुलिस को चकमा देकर फरार हुआ शातिर अपराधी रीढ़ की हड्डी में दिक्कत बताकर पुलिस को चकमा देकर फरार हुआ शातिर अपराधी](https://jantaserishta.com/h-upload/2022/09/05/1972269-545456.webp)
सिटी क्राइम न्यूज़: यूपी के आगरा में एक शातिर अपराधी पुलिस को चमका देकर फरार हो गया। अपराधी रीढ़ की हड्डी में दिक्कत बताकर अस्पताल में भर्ती हुआ। जहां उसे आने-जाने के लिए व्हीलचेयर का इस्तेमाल किया जाता था। वार्ड में भर्ती अन्य मरीजों के तीमारदारों के मुताबिक, बंदी अधिकांश समय बेड पर ही पड़ा रहता था। बेड से उठ कर शौचालय जाने के लिए व्हील चेयर का प्रयोग करता था। इसमें मौजूद पुलिसकर्मी उसकी मदद करते थे।
कमर में दर्द बताकर अस्पताल में हुआ था भर्ती: पुलिस ने बताया कि बंदी नीरू को 14 जुलाई साल 2022 में कमर में दिक्कत होने पर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां उपचार के बाद अगले दिन उसे छुट्टी दे दी गई थी। कासगंज जेल में उसने दोबारा रीढ़ की हड्डी में दिक्कत बताई। 17 अगस्त को उसे कासगंज जिला अस्पताल से एसएनएमसी रेफर किया गया। यहां पर एसएनएमसी के हड्डी विभाग में भर्ती किया गया।
रविवार को अस्पताल से होने वाला था डिस्चार्ज: एमआरआई रिपोर्ट में डॉक्टरों को उसकी रीढ़ की हड्डी में कोई दिक्कत नहीं मिली। उसे रविवार दोपहर को डिस्चार्ज किया जाना था। सुबह वह व्हील चेयर से शौचालय गया। बाद में गैलरी में बीड़ी पीने लगा। उससे पुलिस की नजर कुछ देर के लिए हटी तभी बंदी व्हीलचेयर से उठकर गैलरी के पास सीढ़ियों से उतरकर भाग गया। व्हीलचेयर पर बंदी को न देख पुलिसकर्मियों के होश उड़ गए। उन्होंने पूरा परिसर छान मारा। मेडिकल कॉलेज के बाहर बाजार में उसकी तलाश की, लेकिन वह कहीं नहीं मिला। पुलिस का कहना है कि बंदी व्हील चेयर का उपयोग पुलिस को चकमा देने के लिए कर रहा था। यह उसकी साजिश का हिस्सा था।
एसपी सिटी विकास कुमार ने कहा कि बंदी के फरार होने में पुलिसकर्मियों की लापरवाही सामने आई है। उनके और बंदी के खिलाफ एमएम गेट थाने में मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। बंदी की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।