- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- घर हड़पने को किराएदार...

x
मुरादाबाद। चर्चित रेहानउद्दीन हत्याकांड का सोमवार को पर्दाफाश हो गया। एसएसपी हेमराज मीना ने बताया कि आर्थिक रूप से समृद्ध रेहानउद्दीन को घर हड़पने की चाह में मौत के घाट उतारा गया। हत्याकांड का पूरा तानाबाना उनके दो किराएदारों ने रचा। वारदात में शामिल तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार करते हुए कोर्ट में पेश किया। वहां से तीनों आरोपी जेल भेज दिए गए। 48 घंटे के भीतर हत्याकांड का पटाक्षेप करने वाली भगतपुर पुलिस को एसएसपी ने 25,000 रुपये का पुरस्कार देने की घोषणा की।
एसएसपी हेमराज मीना ने बताया कि 17 फरवरी को कमरुद्दीन पुत्र शुजाउद्दीन निवासी मोहल्ला जमीदारान थाना भोजपुर ने नामजद तहरीर दी। बताया कि साजिश के तहत उनके भाई रेहानउद्दीन को मौत के घाट उतार दिया गया है। वारदात भगतपुर थाना क्षेत्र के ग्राम निवाडखास गांव के समीप अंजाम दी गई है। तहरीर के आधार पर पुलिस ने छह नामजद समेत कुल सात लोगों के खिलाफ केस पंजीकृत किया। पुलिस अधीक्षक ग्रामीण संदीप कुमार मीणा व सीओ ठाकुरद्वारा अर्पित कपूर के नेतृत्व में भगतपुर पुलिस कातिल की तलाश में जुटी।
बताया कि आदिल व अलीम बेग ने आपस में बात की। आदिल ने कहा कि वह 15 लाख रुपये रेहानउद्दीन की हत्या पर भी खर्च कर देगा। इस पर अलीम बेग ने अपने साथी व खाद-बीज की दुकान पर नौकरी करने वाले गांव के ही नाहिद पुत्र शफात खां से बात की। योजना के तहत रेहानउद्दीन 17 फरवरी की शाम अलीम बेग के घर मल्हूपुरा पहुंचा। जहां पर रेहानउद्दीन के साथ शराब पी। बाद में अलीम बेग और रेहानउद्दीन बाइक द्वारा गांव से निकले। रास्ते में लघुशंका के बहाने अलीम बेग ने रेहानउद्दीन से बाइक रुकवाई जहां पहले से ही आदिल व नाहिद मौजूद थे। तीनों ने रेहानउद्दीन के सिर पर ईंट से ताबड़तोड़ वारकर मौत के घाट उतार दिया।
सीओ ठाकुरद्वारा ने बताया कि मृतक के परिजनों के संदेह के आधार पर पुलिस ने घटना की जांच शुरू की। छानबीन में पता चला कि रेहानउद्दीन करोड़ों रुपये की अचल-संपत्ति का मालिक था। भोजपुर के जमीदारन मोहल्ले में रेहानउद्दीन का एक मकान है, जिसमें आदिल पुत्र खलील व उसकी मां नईमा किराएदार हैं। रेहानउद्दीन इस मकान को किराएदार से खाली कराना चाहता थे। जिसे लेकर रेहानउद्दीन व आदिल के बीच विवाद चल रहा है। मामला कोर्ट में लंबित है। इतना ही नहीं आदिल की मां रेहानउद्दीन के खिलाफ छेड़छाड़ का केस भी दर्ज करा चुकी है। संदेह के आधार पर सीओ ने आदिल का मोबाइल फोन मांगा और कॉल रिकार्ड खंगाली, जिससे हत्याकांड व साजिश की परतें खुल गईं।
Next Story