उत्तर प्रदेश

वन विभाग की टीम ने कहा- तेंदुआ नहीं लकड़बग्घा के पंजों के हैं निशान

Admin4
11 Oct 2022 5:48 PM GMT
वन विभाग की टीम ने कहा- तेंदुआ नहीं लकड़बग्घा के पंजों के हैं निशान
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बिधनू घाटूखेड़ा गांव में तेंदुए की दहशत अभी भी बरकरार है। मंगलवार दोपहर वन विभाग क्षेत्राधिकारी अपनी टीम के साथ गांव पहुंचे। टीम ने कीचड़ में बने पंजों के निशान की जांच की जिसके बाद लकड़बग्घा होने की पुष्टि की। ग्रामीण वन विभाग की जांच से संतुष्ट नहीं हुए। जिसपर टीम लौट गई।

घाटूखेड़ा गांव में रविवार रात एक तेंदुआ की दहशत फेल गई। गांव के जसराम यादव ने दरवाजे पर तेंदुआ को देख शोर मचाया। जिसके बाद बरामदे में तख्त पर बैठे आधा दर्जन लोगों ने तेंदुए को भगाने का प्रयास किया। जिस पर तेंदुआ ने ग्रामीणों पर हमला कर दिया। जिस पर सभी लोग आनन फानन शोर मचाते हुए भागने लगे। भगदड़ में जसराम और अमृत यादव गिरने से घायल हो गए। ग्रामीणों दौड़ाने पर तेंदुआ जंगल की ओर लौट गया।

दो दिनों में दो बकरी को शिकार बनाने की घटना सामने आने के बाद ग्रामीणों ने फिर से पुलिस और वन विभाग को तेंदुए की जानकारी दी। जिसके बाद मंगलवार दोपहर वन विभाग क्षेत्राधिकारी जकी अहमद की अगुवाई में वन दारोगा गुरुनारायण और वन रक्षक सुधीर शुक्ला गांव पहुंचे। टीम ने कीचड़ बने पंजों के निशान की फोटो खींचने के साथ दोनों गांवों के ग्रामीणों से बात की।

लकड़बग्घा के निशान

टीम ने पंजों के निशान को देख तेंदुआ होने की बात को नकार दिया। कहा कि पैरों के निशान लकड़बग्घा के हैं। जिसपर गांव के जसराज, कल्लू यादव, अजीत चौधरी, शिवम यादव, समेत एक दर्जन ग्रामीणों ने खुद पास से तेंदुआ को देखने की बात कही। जिसपर टीम लौट गई। शाम के बाद फिर से वन विभाग की टीम गांव पहुंची है और तेंदुआ के चिन्हों को ट्रैस करने में जुट गई है।

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